पूरी दुनिया इस वक्त कोरोना महामारी से जूझ रही है और भारत में भी लगातार संक्रमित लोगों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। हालांकि भारत ने जिस तरह अब तक इस महामारी से मुकाबला किया है, उसकी सराहना पूरा विश्व कर रहा है। कोरोना से जारी जंग में राहत भरी खबर ये है कि देश में पांच हजार से भी अधिक लोग कोरोना महामारी की चपेट में आने के बाद ठीक हुए हैं और इस वायरस से संक्रमित लोगों के स्वस्थ होने की दर बढकर 20.66 फीसदी हो गयी है जबकि संक्रमण के कारण होने वाली मौतों की दर 3.1 प्रतिशत है।
केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन की अध्यक्षता में आज यहां कोरोना वायरस से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा के लिए मंत्रियों के समूह की तेरहवीं बैठक हुई। बैठक में बताया गया कि कोरोना महामारी की चपेट में आये 5209 लोगों का सफलतापूर्वक उपचार किया गया है और इन रोगियों के ठीक होने की दर 20.66 प्रतिशत पहुंच गयी है जो अनेक देशों की तुलना में बहुत बेहतर है। देश में पिछले एक महीने से लागू पूर्णबंदी को इसका एक प्रमुख कारण माना गया है। यह भी बताया गया कि महामारी के कारण मौत की दर 3.1 प्रतिशत है।
बैठक में यह भी जानकारी दी गयी कि शुक्रवार के बाद से देश भर में 1429 नये मामलों का पता चला है और संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 24 हजार 941 पहुंच गयी है। देश में हर 9.1 दिन में कोरोना के संक्रमण के मरीज दोगुना हो रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार इस बात पर भी बैठक में राहत व्यक्त की गयी कि देश में शुक्रवार सुबह आठ बजे से शनिवार सुबह आठ बजे तक कोरोना संक्रमण के नये मामलों की दर छह प्रतिशत दर्ज की गयी जो संक्रमित लोगों के 100 के आंकड़ा को पार करने के बाद अब तक की सबसे कम दर है।
डॉ हर्षवर्द्धन के अलावा बैठक में नागरिक उडय्यन मंत्री हरदीप सिंह पुरी, विदेश मंत्री एस जयशंकर, गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, जहाजरानी राज्य मंत्री मनसुख मंडाविया, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्वनी चौबे, चीफ आफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत और कई अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया।