भारत को निर्विरोध रूप से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) का अस्थायी सदस्य चुन लिया गया। भारत 2021-22 तक सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य रहेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पर ट्वीट करते हुए संयुक्त राष्ट्र में भारत की सदस्यता के लिए वैश्विक समुदाय के समर्थन के प्रति आभार जताया।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की भारत की सदस्यता के लिए वैश्विक समुदाय द्वारा दिखाए गए भारी समर्थन के लिए गहराई से आभारी हूं। भारत वैश्विक शांति, सुरक्षा, लचीलापन और समानता को बढ़ावा देने के लिए सभी सदस्य देशों के साथ काम करेगा। भारत 184 वोटों के साथ एशिया-प्रशांत श्रेणी की सीट से आठवीं बार संयुक्त राष्ट्र का अस्थायी सदस्य बना है।
Deeply grateful for the overwhelming support shown by the global community for India’s membership of the @UN Security Council. India will work with all member countries to promote global peace, security, resilience and equity.
— Narendra Modi (@narendramodi) June 18, 2020
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन ने जानकारी देते हुए कहा, ‘‘ संयुक्त राष्ट्र के सदस्यों ने भारत को भारी बहुमत के साथ वर्ष 2021-22 कार्यकाल के लिए सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य चुना है। भारत को 192 वैध मतों में से 184 वोट मिले।’’ इससे पहले भारत 1950-1951, 1967-1968, 1972-1973, 1977-1978, 1984-1985, 1991-1992 और हाल में 2011-2012 में सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य चुना गया था।
उम्मीद है कि सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य चुने जाने के बाद भारत इस अवसर का उपयोग अपनी स्थायी सदस्यता की दावेदारी को मजबूती के साथ सामने रखेगा। हाल के वर्षों में भारत के अलावा जापान, जर्मनी और ब्राजील सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता की मांग कर रहे हैं। भारत का कार्यकाल एक जनवरी 2021 से शुरू होगा।
इस महीने की शुरुआत में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारत की प्राथमिकताओं और दृष्टिकोण की रूप-रेखा सामने रखी थी। उन्होंने कहा था कि समकालीन वास्तविकताओं को महत्व देने के लिए बहुपक्षीय संगठनों का सुधार किया जाना चाहिए। सुरक्षा परिषद के प्रत्येक सदस्य को दो-तिहाई वोटों की जरुरत होती है।
सुरक्षा परिषद के आधे अस्थायी सदस्य प्रत्येक वर्ष दो वर्ष के कार्यकाल के लिए चुने जाते हैं। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कुल 15 सदस्य होते हैं जिनमें से 10 अस्थायी जबकि पांच स्थायी सदस्य होते हैं। गौरतलब है कि सुरक्षा परिषद में अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस और चीन स्थायी सदस्य हैं।