भारत-चीन के मध्य पूर्वी लद्दाख में जारी विवाद का हल अभी तक नहीं निकला है, ऐसे में दोनों देशों के बीच कई दौर की वार्ता से भी कुछ ज्यादा प्रभावी नतीजा सामने निकलकर नहीं आया है। भारतीय और चीनी सेनाओं ने पूर्वी लद्दाख में लंबित मुद्दों को ”तेजी” से हल करने पर सहमति जतायी और 12वें दौर की सैन्य स्तर की वार्ता को ”रचनात्मक” करार दिया। सोमवार को जारी एक संयुक्त बयान में यह जानकारी दी गयी।
भारत-चीन सैन्य वार्ता के दो दिन बाद भारतीय सेना की ओर से जारी संयुक्त बयान में कहा गया कि दोनों पक्षों के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास भारत-चीन सीमा क्षेत्र के पश्चिमी सेक्टर से सैनिकों की वापसी के संबंध में ”स्पष्ट एवं गहन” विचार साझा किये गए।
बयान के मुताबिक, ” दोनों पक्षों ने बैठक के इस दौर को रचनात्मक करार दिया जिसने पारस्परिक समझ को और बढ़ाया। वे बाकी बचे मुद्दों को वर्तमान समझौतों एवं प्रोटोकॉल के अनुसार त्वरित आधार पर हल करने को लेकर सहमत हुए। साथ ही बातचीत एवं वार्ता की गति बरकरार रखने पर भी सहमति जतायी गयी।” इसके मुताबिक, दोनों पक्ष एलएसी पर स्थिरता सुनिश्चित करने के प्रभावी प्रयासों को जारी रखने को लेकर भी सहमत हुये।