भारतीय सेना के प्रमुख जनरल एम एम नरवणे ने बुधवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में यथास्थिति में एकतरफा बदलाव के चीनी प्रयासों पर सेना की प्रतिक्रिया बहुत मजबूत रही और चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी (पीएलए) के साथ बातचीत करते हुए भी सेना ने अभियान संबंधी अपनी तैयारियों का उच्चतम स्तर बरकरार रखा हुआ है।
किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक सुरक्षा कदम उठाए गए हैं
पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सीमा विवाद पर उन्होंने कहा कि आंशिक तौर पर भले ही सैनिक पीछे हटे हैं लेकिन खतरा किसी भी तरह से कम नहीं हुआ है।वहीं, भारत की उत्तरी सीमा पर बनी स्थिति को लेकर उन्होंने कहा, “हम चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के साथ दृढ़ एवं मजबूत तरीके से निपटना जारी रखेंगे।” साथ ही कहा,“ किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक सुरक्षा कदम उठाए गए हैं।”
जांच की रिपोर्ट के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी
सेना प्रमुख ने बताया कि उत्तरी सीमाओं के पास अवसंरचना के उन्नयन एवं विकास का कार्य समग्र और व्यापक तरीके से किया जा रहा है।जनरल नरवणे ने कहा कि यह देखने के लिए बड़े प्रयास किए जा रहे हैं कि सभी दोहरे उपयोग वाले बुनियादी ढांचे कौन-कौन से हैं और उनका क्या उपयोग किया जा सकता है।वहीं, नगालैंड में चार दिसंबर को हुई गोलीबारी की घटना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जांच की रिपोर्ट के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी।