नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुरुवार को लोकसभा में बताया कि पिछले 3-4 वर्षों में भारत ने विमान विनिर्माण के क्षेत्र में काफी उन्नति की है और इस दिशा में काम कर रहा है। लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान सौगत राय के पूरक प्रश्न के उत्तर में सिंधिया ने बताया कि बोइंग और टाटा ने इस दिशा में संयुक्त उद्यम स्थापित किया है।
इसके अलावा एयरबस और टाटा ने भी संयुक्त उद्यम स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार से हिन्दुस्तान एयरोनोटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने भी इस दिशा में पांच चरणों में कदम बढ़ाया है। प्रश्न के लिखित उत्तर में नागर विमानन मंत्री सिंधिया ने कहा कि हिन्दुस्तान एयरोनोटिक्स लिमिटेड (एचएएल) ने यात्री प्रचालन के लिये 36 यात्रियों के बैठने की क्षमता वाले 80 से अधिक एचएस-748 विमानों का विनिर्माण किया है।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा क्षेत्रीय विमान सम्पर्क के लिये इसने हाल ही में 19 सीटों की क्षमता वाले विमान का निर्माण करना शुरू किया है। सिंधिया ने बताया कि वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद ने ‘सारस’ प्रायोगिक प्रारूप को विकसित किया है जो विविध उपयोग वाला 14 सीटों का नागरिक विमान है।