इस्लामिक उपदेशक और भगोड़े जाकिर नाइक के कथित तौर पर कतर में चल रहे फीफा विश्व कप फुटबॉल टूर्नामेंट में पहुंचने पर भारत ने लताड़ लगाई है। जाकिर नाइक मनी लॉन्ड्रिंग, भड़काऊ भाषण और आतंकी गतिविधियां चलाने का आरोपी है। वह भारत से फरार चल रहा है और वर्तमान में उसका निवास मलेशिया में है।
कतर के सरकारी स्पोर्ट्स चैनल अलकास के एंकर अल-हाजरी ने हाल ही में सोशल मीडिया के जरिये जानकारी दी थी कि शेख जाकिर नाइक टूर्नामेंट के दौरान कतर में रहेंगे और इस बीच वह मजहबी तकरीरें देंगे। हालांकि, कतर सरकार ने जाकिर नाइक को आमंत्रित किए जाने की बात से इनकार किया है लेकिन उसे राजधानी दोहा में कथित तौर पर देखा गया है।
विदेश मंत्रालय का बयान
जाकिर नाइक के दोहा में होने की जानकारी पर भारत सरकार ने कड़ा रुख दिखाया है। गुरुवार (24 नवंबर) को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने साफ कहा कि जाकिर नाइक भारतीय कानून प्रणाली में आरोपी और घोषित भगोड़ा है। जहां तक फीफा विश्वकप में जाकिर नाइक के शामिल होने का सवाल है, इस मुद्दे को कतर के सामने उठाया गया है। कतर ने भारत को जानकारी दी है कि जाकिर नाइक को फीफा फुटबॉल विश्वकप में हिस्सा लेने के लिए कोई निमंत्रण नहीं दिया गया।
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने मंगलवार (22 नवंबर) को ही कह दिया था कि भारत जाकिर नाइक के मामले को कतर के संबंधित अधिकारियों के सामने ‘कड़े शब्दों’ में उठाएगा।
न्याय के कटघरे में लाया जाएगा जाकिर नाइक
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बागची ने कहा कि नाइक के प्रत्यर्पण के लिए मलेशिया के सामने भी बात उठाई गई है। भारत नाइक को न्याय के कटघरे में लाने के प्रयास करता रहेगा। नाइक को कानून प्रणाली के तहत लाया जाना चाहिए और इसके लिए जो भी कदम उठाए जाने चाहिए, भारत उठा रहा है।
बता दें कि 2016 में आतंकवाद निरोधक एजेंसी एनआईए ने जाकिर नाइक के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इसके बाद से वह फरार चल रहा है। वह 2016 में ही कथित तौर पर भारत से भागकर मलेशिया चला गया था, जहां उसे स्थायी निवास मिला हुआ है। भारत मलेशिया के सामने नाइक के प्रत्यर्पण का मुद्दा उठा चुका है।