भारत और चीन के बीच एलएसी पर तनाव जारी है। वहीं पूर्वी लद्दाख में तीन दिन पहले भारतीय सेना द्वारा पकड़े गए एक चीनी सैनिक को सोमवार को चीन को सौंप दिया गया। आधिकारिक सूत्रों ने इस बारे में बताया। चीन की जनमुक्ति सेना (पीएलए) के सैनिक को शुक्रवार सुबह पूर्वी लद्दाख के पैंगोंग सो के दक्षिणी किनारे वाले क्षेत्र में पकड़ा गया। चीनी सैनिक वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के भारतीय हिस्से में आ गया था।
सूत्रों ने बताया कि पूर्वी लद्दाख में सुबह 10 बजकर 10 मिनट पर चुशूल-मोल्दो सीमा स्थल पर सैनिक को चीन को सौंप दिया गया। वहीं भारतीय एजेंसियों ने चीनी सैनिक को 72 घंटे तक हिरासत में रखा था। पिछले आठ महीने से ज्यादा समय से पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन की सेना के बीच गतिरोध चल रहा है। पैंगोंग झील वाले क्षेत्र में दोनों पक्षों के बीच झड़प के बाद पिछले साल मई में यह गतिरोध शुरू हुआ था।
सेना ने शनिवार को एक बयान में कहा था ‘‘पीएलए का सैनिक एलएसी पार कर अवैध रूप से घुसा था। इस क्षेत्र में तैनात भारतीय सैनिकों ने उसे हिरासत में ले लिया था। चीनी सैनिकों के अभूतपूर्व जमावड़े और तैनाती के चलते पिछले वर्ष तनाव उत्पन्न होने के बाद दोनों ओर से सैनिक एलएसी पर तैनात किये गए हैं।’’चीन ने भारत से लगे सीमावर्ती इलाकों में ‘‘रास्ता भटक कर चले गए’’ और भारतीय थल सेना द्वारा पकड़े गए अपने एक जवान को तत्काल वापस भेजने की शनिवार को अपील की।
चीन ने की थी भारतीय सेना द्वारा पकड़े गए पीएलए के जवान को तत्काल वापस भेजने की अपील
वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पार कर पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग सो (झील) के दक्षिणी तट पर भारतीय भू-भाग में प्रवेश कर जाने के बाद एक चीनी सैनिक को भारतीय थल सेना ने शुक्रवार को पकड़ लिया। पिछले करीब तीन महीने में यह इस तरह की दूसरी घटना है।