भारत के पहले स्वदेश निर्मित विमानवाहक जहाज IAC-1 ‘विक्रांत’ का बुधवार को समुद्र में परीक्षण शुरू हो गया। यह देश में निर्मित सबसे बड़ा और जटिल युद्धपोत है। इस जहाज का वजन 40,000 टन है और यह पहली बार समुद्र में परीक्षण के लिए तैयार है। इसके नाम वाले एक जहाज ने 50 साल पहले 1971 के युद्ध में अहम भूमिका निभायी थी।
इस विमानवाहक जहाज को अगले साल के उत्तरार्द्ध में भारतीय नौसेना में शामिल किए जाने की संभावना है। इस मौके पर भारतीय नौसेना ने इसे देश के लिए ‘‘गौरवान्वित करने वाला और ऐतिहासिक’’ दिन बताया और कहा कि भारत उन चुनिंदा देशों में शुमार हो गया है जिनके पास विशिष्ट क्षमता वाला स्वदेशी रूप से डिजाइन किया, निर्मित और एकीकृत अत्याधुनिक विमानवाहक पोत है।
Proud & historic day for India as the reincarnated #Vikrant sails for her maiden sea trials today, in the 50th year of her illustrious predecessor’s key role in victory in the #1971war
Largest & most complex warship ever to be designed & built in India.
Many more will follow… pic.twitter.com/6cYGtAUhBK— SpokespersonNavy (@indiannavy) August 4, 2021
भारतीय नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल ने कहा, ‘‘यह भारत के लिए गौरवान्वित करने वाला और ऐतिहासिक दिन है क्योंकि 1971 के युद्ध में जीत में अहम भूमिका निभाने वाले अपने शानदार पूर्ववर्ती जहाज के 50वें साल में आज यह समुद्र में परीक्षण के लिए पहली बार रवाना हुआ।’’
उन्होंने कहा कि यह भारत में बना सबसे बड़ा और जटिल युद्धपोत है। उन्होंने कहा, ‘‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘मेक इन इंडिया’ पहल में यह एक गौरवान्वित करने वाला और ऐतिहासिक क्षण है।’’