भारत की विदेश नीतियों की विश्वभर में प्रशंसा हो रही है। यूक्रेन-रूस के बीच जारी जंग के माहौल में भी भारत का सख्त रवैया पूरे दुनिया को पसंद आ रहा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा भारत की स्वतंत्र विदेश नीति के लिए सराहना किये जाने के एक दिन बाद, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने सोमवार को कहा कि भारत को अपनी कई विदेश नीति पहलों के लिए विभिन्न वर्गों से प्रशंसा मिली है।
हमारा रिकॉर्ड खुद इसकी पुष्टि करता है
खान की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर श्रृंगला ने कहा कि भारत का रिकॉर्ड इसकी खुद ही पुष्टि करता है और कहा कि यह कहना गलत होगा कि केवल एक नेता ने नयी दिल्ली की प्रशंसा की है। विदेश सचिव ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा, ‘‘एक व्यक्ति कहना गलत होगा। मुझे लगता है कि हमारी कई विदेश नीति पहलों के लिए हमें प्रधानमंत्री के स्तर पर विभिन्न वर्गों की प्रशंसा मिली है। मुझे लगता है कि हमारा रिकॉर्ड खुद इसकी पुष्टि करता है।’’
खान ने खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत में आयोजित एक सार्वजनिक रैली में भारत की एक स्वतंत्र विदेश नीति का अनुसरण करने के लिए सराहना करते हुए कहा था कि नयी दिल्ली ने यूक्रेन पर हमले के लिए मास्को पर अमेरिकी प्रतिबंधों के बावजूद रूस से कच्चा तेल आयात किया।
पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम इमरान खान ने कहा…..
गौरतलब है कि रविवार को खैबर पख्तूनख्वा के मलकंद जिले की दरगई तहसील में एक रैली को संबोधित करते हुए पाकिस्तान के वजीर-ए-आजम इमरान खान ने कहा कि उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाकर विपक्ष जनता के साथ धोखा कर रहा है। कहा कि वह माफ करने और अपनी पार्टी के बागी सांसदों को वापस लाने के लिए तैयार हैं। बताते चलें कि विपक्ष लगातार दावा करता रहा है कि पीटीआई(इमरान खान की पार्टी) गठबंधन के कई दल उनके साथ संपर्क में हैं, जो अविश्वास प्रस्ताव में इमरान सरकार के खिलाफ वोट देंगे।
सलाम करता हूं भारत कोः इमरान
इमरान खान ने कहा, ‘मैं आज भारत को सलाम करता हूं। उन्होंने हमेशा एक स्वतंत्र विदेश नीति का पालन किया है। आज भारत का अमेरिका के साथ गठबंधन है और वह रूस से तेल भी खरीद रहा है जबकि प्रतिबंध लागू हैं क्योंकि भारत की नीति अपने लोगों के लिए है। इमरान खान ने इस जनसभा में पीटीआई के बागी सांसदों को संबोधित करते हुए कहा कि पूरा देश समझ जाएगा कि सांसदों ने चोरों के पक्ष में वोट देकर अपना विवेक बेच दिया है।