भारत सरकार ने 2016 में काले धन पर लगाम लगाने के लिए नोटबंदी की थी। तब ऐसा कहा गया था कि यह उपाए काले धन को रोकने के लिए काफी हदतक सही साबित हो सकता है। लेकिन अगर आंकड़ों को देखे तो नोटबंदी से कोई फर्क पड़ता दिखाई नज़र नहीं आया। बताया गया कि भारतीयों का डिपॉजिट स्विट्ज़रलैंड की बैंको में पिछले साल से अधिक हो गया है। और 14 साल के उच्च सतर पर पहुंच गया है। यह जानकारी स्विट्ज़रलैंड सेंट्रल बैंक की सालाना रिपोर्ट में दी गई है।
स्विट्ज़रलैंड सेंट्रल बैंक की एक रिपोर्ट
स्विट्ज़रलैंड सेंट्रल बैंक की एक रिपोर्ट में बताया गया कि साल 2021 स्विस बैंकों में भारतीय नागरिकों और कंपनियों का डिपॉजिट बढ़कर 3.83 बिलियन स्विस फ्रैंक यानी 30,500 करोड़ से भी अधिक हो गयी है। इससे पहले 2020 के अंत में केवल 2.55 बिलियन स्विस फ़्रेन्स मतलब 20,700 करोड़ था। यानी स्विस बैंकों में पिछले साल से भारतीयों का पैसा 50 फीसदी बढ़ा है।
साल 2021 में एक बार फिर से तेजी
आंकड़ों से पता चला कि स्विस बैंकों में भारतीय लोगों का डिपॉजिट पैसा 4,800 करोड़ के करीब पहुंच गया है। यह सात साल का सबसे उच्च स्तर है। दो साल से लगातार गिरावट देखी गई लेकिन साल 2021 में एक बार फिर से तेजी देखने को मिली। भारतीय लोगों और कंपनियों ने अलग-अलग तरीकों के माध्यम से अपना पैसा स्विस बैंकों में जमा कर रहे है।