सेना उप प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल एस के सैनी ने शुक्रवार कहा कि हिंद महासागर के भौगोलिक केंद्र में भारत की अहम स्थिति तथा उसकी मजबूत अर्थव्यवस्था एवं कानून एवं लोकतांत्रिक मूल्यों को अक्षुण्ण रखने वाले रूप में उसका वैश्विक कद इस क्षेत्र में शांति एवं स्थायित्व में अहम भूमिका के लिए उसकी स्थिति को मजबूत बनाता है।
उन्होंने एक सैन्य विचार मंच पर अपने संबोधन में कहा कि भारत मानता है कि हिंद महासागर की विशाल संभावनाओं के दोहन के लिए कानून के शासन के पालन, पारदर्शिता, सभी देशों के प्रति सम्मान एवं विवादों के शांतिपूर्ण समाधान से रत्ती भर भी नहीं डिगा जा सकता है।
उनकी टिप्पणी हिंद महासागर में चीन की बढ़ती सैन्य गतिविधियों के बीच बढ़ती वैश्विक चिंता के मद्देनजर आई है। यह एक ऐसा क्षेत्र है जो भारत के रणनीति हितों के लिए अहम है।
उन्होंने चेताया कि क्षेत्र इतर शक्तियों के बढ़ते हित और समुद्री लूटपाट, मानव तस्करी जैसी वर्तमान चुनौतियों ने हिंद महासागर क्षेत्र को अस्थिर एवं संभावित वैश्विक रणक्षेत्र बना दिया है।
भारत ने पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सीमा गतिरोध के बाद पिछले कुछ महीनों में हिंद महासागर क्षेत्र में अपने जंगी जहाजों एवं पनडुब्बियों की संख्या बढ़ा दी है जो बीजिंग के लिए एक तरह का संदेश है।