भारत ने कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में सहयोग करते हुए ग्वाटेमाला, केन्या, रवांडा, सेनेगल, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक कांगो को भारत निर्मित कोविड-19 रोधी टीके की खुराक भेजीं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को यह जानकारी दी। जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘‘ अफ्रीका में आगे बढ़ते हुए।
केन्या में भारत निर्मित टीके पहुंचे।’’ विदेश मंत्री ने एक अन्य ट्वीट में टीका मैत्री अभियान के तहत ग्वाटेमाला में कोविड-19 रोधी टीके पहुंचने की जानकारी दी। उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘रवांडा तक पहुंच बनाते हुए । भारत निर्मित टीके किगाली पहुंचे।’’
उन्होंने कहा कि टीके की खेप डेमोक्रेटिक रिपब्लिक कांगो पहुंची । भारत निर्मित टीके किंसासा पहुंचे। जयशंकर ने एक अन्य ट्वीट में ‘मेड इन इंडिया टीके’ सेनेगल पहुंचने की भी जानकारी दी। इससे एक दिन पहले भारत ने नाइजीरिया, अंगोला को कोविड-19 रोधी टीके की खुराक भेजी है।
भारत ने कैरीकॉम देशों से की गयी अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करते हुए कोविड-19 रोधी टीके एंटीगुआ और बारबुडा, सेंट किट्स और नेविस, सेंट विंसेन्ट और ग्रेनेडाइन्स एवं सूरीनाम को भेजे थे। गौरतलब है कि ‘कैरीकॉम’ 20 कैरेबियाई देशों का समूह है, जहां करीब 1.6 करोड़ लोग रहते हैं।
भारत ने ‘टीका मैत्री’ अभियान के तहत भूटान को 1.5 लाख, मालदीव, मॉरीशस और बहरीन को एक लाख, नेपाल को 10 लाख, बांग्लादेश को 20 लाख, म्यांमा को 15 लाख, सेशल्स को 50,000, श्रीलंका को पांच लाख कोविड-19 रोधी टीके की खुराक मुहैया कराई हैं।
इसके अलावा अनेक देशों को टीके की वाणिज्यिक आपूर्ति भी की गई है। भारत ने कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में एकजुटता दिखाते हुए दुनिया के विभिन्न देशों को अनुदान सहायता और वाणिज्यिक आपूर्ति के तहत अब तक कोविड-19 रोधी टीके की 361.91 लाख खुराक उपलब्ध करायी हैं।