ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन दो दिवसीय दौरे के लिए भारत आए हुए है। ऐसे में शुक्रवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटिश समकक्ष बोरिस जॉनसन ने ‘रोडमैप 2030’ सहित द्विपक्षीय संबंधों के सभी आयामों की समीक्षा की तथा इस वर्ष के अंत तक मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर बातचीत को अंतिम रूप देने का निर्णय किया। दोनों नेताओं ने एक नये एवं विस्तारित द्विपक्षीय रक्षा एवं सुरक्षा गठजोड़ पर भी सहमति व्यक्त की। मोदी ने भारत के राष्ट्रीय हाइड्रोजन मिशन में शामिल होने के लिए ब्रिटेन को आमंत्रित किया।
दोनों नेताओं ने ‘रोडमैप 2030’ को लागू करने के लिए की समीक्षा
मोदी और जॉनसन ने ‘रोडमैप 2030’ को लागू किये जाने की दिशा में हुई प्रगति की समीक्षा की तथा विभिन्न क्षेत्रों में गठजोड़ को गहरा बनाने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया। बैठक के बाद संयुक्त मीडिया संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज की बातचीत में हमने इस रोडमैप में हुई प्रगति की समीक्षा की और आगामी समय के लिए कुछ लक्ष्य भी तय किए। उन्होंने कहा कि मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) के विषय पर दोनों देशों के दल काम कर रहे हैं। बातचीत में अच्छी प्रगति हो रही है।
एफटीए को अंतिम रूप देने की दिशा में पूरा प्रयास
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ हमने इस साल के अंत तक एफटीए को अंतिम रूप देने की दिशा में पूरा प्रयास करने का निर्णय लिया है।’’ वहीं, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने मुक्त व्यापार समझौते का जिक्र करते हुए कहा कि इस विषय पर बातचीत में चार चैप्टर पूरे हुए हैं और अगले सप्ताह अगले दौर की वार्ता होगी। उन्होंने कहा कि हमने इसे अक्टूबर या दीपावली तक पूरा करने को कहा है। जॉनसन ने कहा कि इससे हमारा कारोबार एवं निवेश एक दशक में दोगुणा हो सकता है।
क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर हो रहे घटनाक्रमों पर हुई चर्चा
बैठक में दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर हो रहे अन्य घटनाक्रमों पर भी चर्चा की और एक खुली, समावेशी और नियम-आधारित व्यवस्था, हिंद-प्रशांत क्षेत्र में बनाए रखने पर जोर दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने हिंद-प्रशांत महासागरीय पहल से जुड़ने के लिए ब्रिटेन के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि जॉनसन से वार्ता के दौरान उन्होंने एक शांतिपूर्ण, स्थिर और धर्मनिरपेक्ष अफगानिस्तान के साथ ही वहां एक समावेशी और प्रतिनिधित्व सरकार के लिए अपना समर्थन दोहराया।
अफगान भूमि का इस्तेमाल आतंकवाद फैलाने के लिए नहीं होना चाहिए
पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, ‘‘यह आवश्यक है कि अफगान भूमि का प्रयोग अन्य देशों में आतंकवाद फैलाने के लिए नहीं होना चाहिए।’’ वहीं, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वार्ता के बाद कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि हम हिंद-प्रशांत को स्वतंत्र व मुक्त रखने में सहयोग बढ़ाएं। जॉनसन ने कहा कि हमारी वार्ता अच्छी रही और इनसे हमारे संबंधों को मजबूती मिली है। ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ आज हम एक नयी, विस्तारित रक्षा और सुरक्षा साझेदारी पर सहमत हुए हैं ।’’
रक्षा खरीद में लगेगा कम समय
जॉनसन ने कहा कि ब्रिटेन भारत पर केंद्रित मुक्त सामान्य निर्यात लाइसेंस बनाने पर काम कर रहा है, जिससे रक्षा खरीद में कम समय लगेगा। उन्होंने कहा कि नये लड़ाकू विमान प्रौद्योगिकी और नौवहन प्रौद्योगिकी को लेकर सहयोग का भी जिक्र किया । दूसरी ओर, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और ब्रिटेन ने सभी देशों की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के सम्मान के महत्त्व को भी दोहराया। पीएम मोदी ने इसके अलावा कहा, ‘‘हमने यूक्रेन में तुरंत युद्धविराम और समस्या के समाधान के लिए वार्ता और कूटनीति पर बल दिया। हमने सभी देशों की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता के सम्मान का महत्त्व भी दोहराया।’’
पीएम मोदी ने हैदराबाद हाउस के प्रांगण में जॉनसन का स्वागत किया
मोदी और उनके बोरिस जॉनसन ने भारत और ब्रिटेन के बीच बहुआयामी संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने के लिए शुक्रवार को बातचीत की। वार्ता शुरू करने से पहले, मोदी ने हैदराबाद हाउस के प्रांगण में जॉनसन का स्वागत और अभिवादन किया।रक्षा सहयोग और नवीकरणीय ऊर्जा के अलावा व्यापार और आसान वीजा एजेंडे में हैं। दोनों देश एक लंबे और ऐतिहासिक संबंधों के साथ जुड़े हैं, जिसे पिछले साल भारत-यूके वर्चुअल शिखर सम्मेलन के दौरान एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाया गया था।
जॉनसन ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात की
एक बयान में, ब्रिटिश उच्चायोग ने कहा कि यूके और भारतीय व्यवसाय शुक्रवार को सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग से लेकर स्वास्थ्य तक के क्षेत्रों में नए निवेश और निर्यात सौदों में 1 अरब पाउंड से अधिक की पुष्टि करने जा रहे हैं, जिससे पूरे यूके में लगभग 11,000 नौकरियां पैदा होंगी। साथ ही शुक्रवार को विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने जॉनसन से मुलाकात की, इस दौरान उन्होंने भारत-यूके रोडमैप 2030 के विस्तार और कार्यान्वयन पर चर्चा की।
जॉनसन 2019 में ब्रिटिश प्रधानमंत्री बनने के बाद देश की अपनी पहली यात्रा पर गुरुवार को भारत पहुंचे। शुक्रवार की सुबह, राष्ट्रपति भवन में उनका औपचारिक स्वागत और गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया जहां प्रधानमंत्री मोदी ने उनका स्वागत किया।