भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) आज अपनी 90वीं वर्षगांठ (एयर फोर्स डे) मना रही है। प्रत्येक वर्ष 08 अक्टूबर को मनाए जाने वाले इस दिन का उद्देश्य भारत की वायुसेना को श्रद्धांजलि देना और उनके योगदान को याद करना है। वायुसेना के इतिहास में पहली बार एयर फोर्स डे दिल्ली से बाहर चंडीगढ़ में मनाया जा रहा है। इस मौके पर वायुसेना ने सेना की नई लड़ाकू वर्दी का अनावरण किया। जानकारी एक मुताबिक, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी इस समारोह में शामिल होंगे।
वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी.आर. चौधरी ने कहा कि वायु सेना को सही दिशा में चलाने के लिए पूर्व प्रमुखों को मेरा सलाम और उन्हें मेरा आश्वासन कि मैं सभी वायु योद्धाओं का पूरा समर्थन करता हूं, वायु सेना को और भी ऊंचाइयां हासिल करने के लिए प्रेरित करूंगा।
उन्होंने कहा, हमें पहले की कड़ी मेहनत, लगन और दूरदृष्टि से गौरवशाली विरासत मिली है। इसे यहां तक लाने वाले हमारे दिग्गजों के योगदान को याद रखना होगा। अब इसे शताब्दी दशक में लाने की जिम्मेदारी हम पर है। IAF चीफ ने आगे कहा, अग्निपथ योजना के माध्यम से वायु योद्धाओं को भारतीय वायुसेना में शामिल करना हम सभी के लिए एक चुनौती है। लेकिन महत्वपूर्ण बात यह है कि यह हमारे लिए भारत के युवाओं की क्षमता का दोहन करने और इसे राष्ट्र की सेवा में लगाने का अवसर है।
राष्ट्रपति मुर्मू होंगी मुख्य अतिथि
जानकारी के मुताबिक, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज के कार्यक्रम की मुख्य अतिथि हैं। एयर शो से पहले आज वायुसेना अड्डे पर औपचारिक परेड होगी। एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी ने परेड का निरीक्षण किया।
परेड के दौरान एयर बेस पर हेलीकॉप्टर की दो फोर्मेशन की फ्लाई पास्ट भी होगी। साथ-ही वायुसैनिकों को गैलेंट्री मेडल भी दिया जाएगा। वायुसेना के मुताबिक, इस साल फ्लाई पास्ट दो घंटे चलेगा। यह दोपहर 2.45 से शुरू होकर शाम 4.44 तक चलेगा। फ्लाई पास्ट में करीब 80 सैन्य विमान और हेलीकॉप्टर हिस्सा लेंगे।
हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर (LCH) प्रचंड, हल्के लड़ाकू विमान (LCA) तेजस, सुखोई, मिग-29, जगुआर, राफेल, आईएल-76, सी-130जे, हॉक, हेलीकॉप्टरों में हल्के हेलीकॉप्टर ध्रुव, चिनूक, अपाचे और एमआई-17 फ्लाई पास्ट में शामिल होंगे।
आजादी के बाद वायुसेना के नाम में से हटा “रॉयल” शब्द
भारत के स्वतंत्र होने से पहले तक वायुसेना को रॉयल इंडियन एयर फोर्स (RIAF) कहा जाता था। भारतीय वायुसेना की स्थापना 8 अक्टूबर 1932 में की गई थी। आजादी के बाद वायुसेना के नाम में से “रॉयल” शब्द को हटाकर सिर्फ इंडियन एयरफोर्स ( IAF ) कर दिया गया।