रूसी सेना ने यूक्रेन की राजधानी कीव की तरह कूच कर दी है। टैंक और अन्य सैन्य वाहनों के साथ रूस की सेना का करीब 64 मील लंबा काफिला कीव की तरफ बढ़ रहा है। इस बीच भारतीय दूतावास ने यूक्रेन में रह रहे भारतीय लोगों को जल्द से जल्द कीव से निकल जाने की सलाह दी है।
Advisory to Indians in Kyiv
All Indian nationals including students are advised to leave Kyiv urgently today. Preferably by available trains or through any other means available.
— India in Ukraine (@IndiainUkraine) March 1, 2022
यूक्रेन में मौजूद भारतीय दूतावास की तरफ से कहा गया है कि सभी भारतीय नागरिक और छात्र कीव को आज ही छोड़ दें। कहा गया है कि कीव छोड़ने के लिए जो साधन उनको मिले उसे तुरंत पकड़कर वे वहां से निकल जाएं। यूक्रेन के कई शहरों में करीब 20 हजार भारतीय लोग रह रहे थे।
रूस-यूक्रेन युद्ध : यूक्रेन को 70 फाइटर जेट देगा EU, कीव की ओर बढ़ रहा है रूसी सैनिकों का काफिला
रूस के हमले के बाद 20 हजार भारतीय लोगों में से यूक्रेन से अब तक चार हजार से ज्यादा लोग वापस आ चुके हैं, बाकियों को निकाला जा रहा है। भारत ने यूक्रेन से भारतीय लोगों को वापस लाने के लिए ऑपरेशन गंगा की शुरुआत की है। ऑपरेशन गंगा के तहत भारतीय नागरिकों को निकालने का काम और तेजी से जारी है।
यूक्रेन से भारतीयों के निकासी अभियान में मोर्चे पर वायुसेना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वी यूरोपीय देश में फंसे भारतीयों को वहां से सुरक्षित निकालने के लिए वायुसेना को मोर्चे पर जुट जाने को कहा है। सूत्रों ने बताया कि भारतीय वायुसेना, यूक्रन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए चलाए जा रहे ‘‘आपरेशन गंगा’’ नामक इस अभियान के तहत, कई सी-17 विमान तैनात कर सकती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने चार केंद्रीय मंत्रियों को यूक्रेन के पड़ोसी देशों में पहुंच कर भारतीयों को सुरक्षित एवं सुगम तरीके से निकालने में समन्वय करने की जिम्मेदारी दी है। इसके तहत, केंद्रीय मंत्री वी के सिंह पोलैंड में, किरेन रिजिजू स्लोवाकिया में, हरदीप पुरी हंगरी में जबकि ज्योतिरादित्य सिंधिया रोमानिया और माल्डोवा में समन्वय करेंगे।