यूक्रेन की राजधानी कीव में कथित तौर पर गोली लगने से घायल हुए एक भारतीय छात्र हरजोत सिंह की आज वतन वापसी हो रही है। केंद्रीय मंत्री वी.के. सिंह ने रविवार को घायल छात्र हरजोत सिंह के बारे में जानकारी साझा की। वी.के. सिंह इस समय यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच फंसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए पोलैंड में हैं।
केंद्रीय मंत्री ने एक ट्वीट में कहा कि भारतीय छात्र हरजोत सिंह को कीव में युद्ध के दौरान कथित तौर पर गोली मार दी गई थी। फायरिंग के दौरान उसका पासपोर्ट भी खो गया था। मुझे आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि वह सोमवार को मेरे साथ भारत लौट आएगा। आशा है कि घर में बने भोजन और देखभाल के साथ वह शीघ्र स्वस्थ होंगे।
One of the passengers on the @iaf_mcc C-17 today will be Harjot Singh.
Let me assure the country that he is in good hands. The worst is behind him. I look forward to seeing him reunited with his family.
Hope he recuperates well and fast.#OperationGanga #NoIndianLeftBehind pic.twitter.com/TGlKa9EP8V— General Vijay Kumar Singh (@Gen_VKSingh) March 7, 2022
दिल्ली निवासी हरजोत सिंह यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध के दौरान अपने दोस्तों के साथ भारत लौटने की कोशिश कर रहे थे। ट्रेन में जगह की कमी के कारण उन्होंने पोलैंड की सीमा तक पहुंचने के लिए एक कैब बुक की, लेकिन रास्ते में उन्हें अचानक रोक दिया गया और वापस यूक्रेन लौटने के लिए कहा गया।
फायरिंग के वक्त खोया हरजोत का पासपोर्ट
कैब चालक के यू-टर्न लेते ही फायरिंग शुरू हो गई। इस फायरिंग के बीच हरजोत सिंह को गोली लग गई और वह घायल हो गए। घटना के दौरान उसका पासपोर्ट खो गया था। घटना की सूचना मिलते ही भारत सरकार ने तेजी से कार्रवाई की। इसके बाद भारतीय दूतावास द्वारा उनके इलाज की तत्काल व्यवस्था की गई। भारत सरकार ने यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को बचाने के लिए ‘ऑपरेशन गंगा’ कार्यक्रम शुरू किया है।
हरजोत के इलाज का खर्ज उठाएगी सरकार
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने शुक्रवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा “भारत सरकार हरजोत सिंह के इलाज का खर्च वहन करेगी। हम उसकी चिकित्सा स्थिति का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि जिस क्षेत्र में भारतीय छात्र को गोली लगी है उस क्षेत्र में युद्ध चल रहा है।