भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच एक ताजा झड़प होने की खबर है, इस बार पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चल रहे गतिरोध से हजारों किलोमीटर दूर सिक्किम के ना कूला में झड़प हुई। वहीं सूत्रों के अनुसार इस झड़प में चार भारतीय और 20 चीनी जवान घायल हुए हैं।
नाकुला, पिछले साल मई की शुरूआत से दोनों देशों के बीच पैंगॉन्ग सो, गलवान, गोगरा, हॉट स्प्रिंग्स के अलावा गतिरोध का एक और स्थान है। सरकारी सूत्र ने कहा कि झड़प 20 जनवरी को हुई थी। यह तब हुआ जब दोनों देशों की सरकार और सेना 3,488 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सीमा विवाद को सुलझाने के लिए वार्ता के अगले दौर की तैयारी कर रही थी।
मिली जानकारी के मुताबिक जब पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिकों ने भारतीय सीमा के अंदर घुसने का प्रयास किया था तब यह झड़प हुई थी। भारतीय सेना के जवानों ने घुसपैठ की कोशिश को नाकाम कर दिया और शारीरिक झड़पें हुईं, जिसमें दोनों पक्षों के सैनिकों के घायल होने की खबर है। सूत्रों ने कहा कि झड़प के दौरान किसी तरह की आग्नेयास्त्र का इस्तेमाल नहीं किया गया। स्थिति अब नियंत्रण में बताई गई है। लोकल कमांडर्स ने तनाव को तुरंत सुलझा लिया।
बता दें कि भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सीमा विवाद सुलझाने और जवानों की संख्या कम करने के मुद्दे पर 16 घंटे लंबी मैराथन सैन्य वार्ता की। बैठक का विवरण अभी तक ज्ञात नहीं है। यह जानकारी सोमवार को अधिकारियों ने दी। पिछले दो महीने में हुई अंतिम वार्ता के बाद दोनों देशों के बीच नौवीं कॉर्प्स कमांडर स्तर की वार्ता मोल्दो मीटिंग प्वॉइंट पर हुई।
यह बैठक रविवार को सुबह 10.30 बजे शुरू हुई और सोमवार को देर रात 2.30 बजे समाप्त हुई। लेह स्थित मुख्यालय 14 कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल पी.जी. के. मेनन ने भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। बैठक में भारत ने विवादित क्षेत्रों को पूरी तरह स्वतंत्र करने और सुरक्षा बलों को वापस बुलाने की मांग की है।