पेट्रोल, डीजल और घरेलू रसोई गैस (एलपीजी) की कीमतों में हुई वृद्धि को लेकर मंगलवार को राज्यसभा में विभिन्न विपक्षी दलों के सदस्यों ने हंगामा किया। इस वजह से सदन की कार्यवाही 10 मिनट के भीतर ही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी। दरअसल सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही आरंभ होने पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने आज विश्व जल दिवस होने का जिक्र किया और जल संरक्षण की दिशा में काम करने की आवश्यकता पर बल दिया। सदन ने चीन में सोमवार को विमान दुर्घटना में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी और कुछ देर मौन भी रखा।
विपक्षी दलों ने राज्यसभा में की नारेबाजी
सभापति ने इसके बाद आवश्यक दस्तावेज सदन के पटल पर रखवाए और सदन को बताया कि पेट्रोल, डीजल और एलपीजी की कीमतों के मुद्दे पर कांग्रेस के शक्ति सिंह गोहिल, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन सहित कुछ अन्य सदस्यों ने नियम 267 के तहत नोटिस दिए हैं। सारे नोटिस को अस्वीकार करते हुए उन्होंने शून्य काल के तहत मुद्दे उठाने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सदस्य वंदना चव्हाण का नाम पुकारा। इसके बाद, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वामपंथी दलों सहित कई विपक्षी दलों के सदस्यों ने हंगामा और नारेबाजी शुरु कर दी।
नायडू ने सदस्यों को दिया यह सुझाव
नायडू ने सदस्यों को सुझाव दिया कि अनुदान मांगों पर होने वाली चर्चा के दौरान वे इस मुद्दे को उठा सकते हैं लेकिन विपक्षी दलों के सदस्यों पर उनकी अपील का कोई असर नहीं हुआ। इस दौरान विपक्षी सदस्यों ने नारेबाजी तेज कर दी। सभापति ने हंगामा कर सदस्यों को पोस्टर व तख्तियां नहीं प्रदर्शित करने की चेतावनी दी। इसके बाद भी हंगामा नहीं थमने पर उन्होंने सदन की कार्यवाही 11 बजकर 10 मिनट पर दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।