दक्षिणपंथी चरमपंथ के बारे में अपनी टिप्पणी को लेकर लोगों की प्रतिक्रिया पर दिग्गज अभिनेता कमल हासन ने आज कहा कि उनकी मंशा हिंदुओं की भावनाओं को आहत करने की कभी नहीं रही और वह किसी भी धर्म के नाम पर हिंसा का विरोध करते हैं। अपनी 63वीं जन्मदिन पर एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए हासन ने यह बात कही। इस संवाददाता सम्मेलन में उम्मीद की जा रही थी कि सियासत में कदम रखने के विषय में लंबे अरसे से चल रहे संकेतों पर वह कोई बड़ा एलान कर सकते हैं।
उन्होंने इस मुद्दे पर कहा कि वह पहले से ही इसमें हैं। दिग्गज अभिनेता ने एक सवाल के जवाब में कहा कि मैं पहले से ही यहां हूं (सियासत में हूं) और इस मुद्दे पर विभिन्न विशेषज्ञों से चर्चा कर रहा हूं। एक तमिल साप्ताहिक में पिछले हफ्ते छपे अपने आलेख का जिक्र करते हुए हासन ने कहा कि किसी भी धर्म के नाम पर हिंसा उचित नहीं है।
उन्होंने कहा कि यह हिंसा के खिलाफ नहीं बल्कि अंदेशों के खिलाफ उनकी अपील थी। हासन ने कहा कि उन्होंने कभी आतंकवाद का शब्द इस्तेमाल नहीं किया है। मैंने हिंदुओं की भावनाएं आहत करने की मंशा से शुरूआत नहीं की। उन्होंने कहा कि उन्हें इससे कोई सरोकार नहीं कि हॉल में या यहां तक कि देश में कितने हिंदू मौजूद हैं, लेकिन उनकी चिंता उनके प्रति है जो घर में है। हासन ने कहा, मैं रो पडूंगा अगर उन्होंने (परिवार ने) मुझे मुहब्बत नाम के हथियार से वंचित कर दिया।
I did not use the word terror, the word I used was ‘extreme’, like some of my fans who love me: #KamalHaasan
— ANI (@ANI) November 7, 2017
दिग्गज अभिनेता हाल में उस वक्त विवादों में घिर गए जब पिछले हफ्ते उन्होंने उसपर आक्रमण किया जिसे वह हिंदू चरमपंथ कहते हैं। उनका कहना था कि दक्षिणपंथी हिंदू समूहों ने हिंसा का रास्ता अपनाया है क्योंकि उनकी पहले की रणनीति ने काम करना बंद कर दिया। उत्तर प्रदेश की एक अदालत में हासन के खिलाफ एक शिकायत दर्ज कराई गई है जिसमें अभिनेता पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने अपनी टिप्पणियों से कथित रूप से हिंदुओं की भावनाएं आहत की हैं।
उन्होंने अपनी विवादस्पद टिप्पणी में कहा, पहले ऐसे हिंदू दक्षिणपंथी दूसरे धर्मों के लोगों के खिलाफ हिंसा में संलिप्त हुए बगैर अपने तर्कों और जवाबी तर्कों से दूसरों को हिंसा में संलिप्त करा दिया करते थे। हासन ने कहा कि चूंकि उनकी पुरानी साजिश नाकाम होना शुरू हो गई तो इन समूहों ने हिंसा में संलिप्त होना शुरू कर दिया।
उन्होंने अपने आलेख में कहा, चरमपंथ उन लोगों के लिए किसी तरह कामयाबी या विकास नहीं है जो खुद को हिंदू कहते हैं। सियासत में अपने कदम रखने की लोगों में जोरदार चर्चा के बीच उन्होंने एक डिजिटल प्लेटफार्म शुरू करने की घोषणा की जो उनके मुताबिक व्हिसल ब्लोअर की तरह काम कर सकता है।
This app will be a sort of a whistleblower platform, will be used wherever wrong happens. Will strive to achieve justice: #KamalHaasan pic.twitter.com/IKs3G7uKKb
— ANI (@ANI) November 7, 2017
संवाददाता सम्मेलन के खचाखच भरे हॉल में उन्होंने कहा कि लोग समाधान के लिए इस ऐप्प इअपनी शिकायतें साझा कर सकते हैं। यह ऐप्प अभी परीक्षण के क्रम में है और जनवरी तक इसकी मुकम्मल तस्वीर मिल सकेगी। हासन ने कहा कि वह तमिलनाडु का एक राज्यव्यापी दौरा करेंगे। हासन भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सथारूढ़ अन्नाद्रमुक की आलोचना करते रहे हैं।