एनजीओ प्लान इंडिया ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर मंगलवार को पूरे भारत से 30 लड़कियों ने राजनयिक मिशनों, कॉर्पोरेट और सरकारी निकायों में राजदूतों, उच्चायुक्तों के नेतृत्व के पदों को संभाला। प्लान इंडिया ने एक बयान में कहा कि इन प्रतीकात्मक पदभार संभालने के माध्यम से अत्यधिक दृढ़निश्चय जेंडर चैंपियनों ने लैंगिक रूढ़ियों को तोड़ा है। साथ ही साथ सकारात्मक बातों को प्रोत्साहित किया, भेदभावपूर्ण सामाजिक मानदंडों का आह्वान किया और एक बराबरी वाले समाज के लिए लोगों को एकजुट किया।
प्लान इंडिया’ द्वारा जारी बयान के अनुसार, हालांकि यह बदलाव प्रतीकात्मक तौर पर था, लेकिन इन लड़कियों ने लिंग आधारित भेद-भाव से जुड़ी घिसी-पिटी अवधारणा को तोड़ा, सकारात्मक भावना को बढ़ाया, भेदभाव पूर्ण सामाजिक परिपाटियों के खात्मे का आह्वान किया और लिंग समानता के लिए समर्थक जुटाए। प्लान इंडिया’ के एक्जेक्यूटिक निदेशक मोहम्मद आसिफ ने कहा कि हालांकि यह बदलाव सांकेतिक था लेकिन बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध इन लड़कियों ने अपनी आवाज को काफी लोगों तक पहुंचाया। भविष्य में जब ये लड़कियां अपना करियर बनाने और समाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार होंगी, उस वक्त यह अनुभव उनके लिए मददगार साबित होगा।
भारत स्थित इजराइल दूतावास के पब्लिक डिप्लोमेसी के प्रमुख ओर्ली गोस्मिथ ने कहा, ‘‘ऐसे महत्वपूर्ण अभियान के लिए प्लान इंडिया के साथ साझेदारी हमारे लिए बहुत खुशी की बात है। हमें अपने दूतावास में समता का स्वागत करके खुशी हुई। वह बहुत अच्छी और प्रतिभावान लड़की है जिसके अपने सपने और महत्वाकांक्षाएं हैं। उसके साथ बातचीत करना और उसे जानना प्रेरक रहा। मैं उसके भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं।’’
राजनयिक मिशनों और देश में अन्य जगहों पर प्रभावशाली पदों पर कार्य करने वाली 30 लड़कियों में से एक, समता ने इज़राइल दूतावास में पद संभाला। प्लान इंडिया ने बताया कि इस अभियान के तहत मैक्सिको, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, आयरलैंड, जर्मनी और फिनलैंड के दूतावास में लड़कियों को सांकेतिक रूप से पदभार सौंपा गया था।