ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ ने बुधवार को कहा कि खाड़ी क्षेत्र में तनाव कम करने में भारत भूमिका निभा सकता है क्योंकि वह एक महत्वपूर्ण पक्ष है। ईरानी मेजर जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद अमेरिका और ईरान के बीच व्याप्त तनाव की पृष्ठभूमि में जरीफ का यह बयान आया है। भारत यह कहता रहा है कि वह जल्द से जल्द तनाव कम करने का पक्षधर है। वह ईरान, संयुक्त अरब अमीरात, ओमान और कतर सहित प्रमुख पक्षों के साथ सम्पर्क में है, क्योंकि इस क्षेत्र में उसके महत्वपूर्ण हित हैं।
जरीफ ने कहा, “खाड़ी क्षेत्र में तनाव कम करने में भारत भूमिका निभा सकता है क्योंकि वह एक महत्वपूर्ण पक्ष है।” गौरतलब है कि यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइंस का बोइंग 737 विमान तेहरान से उड़ान भरने के कुछ समय बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। ईरान द्वारा इराक में अमेरिकी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर किए गए मिसाइल हमले के कुछ देर बाद यह विमान हादसा हुआ था। अमेरिकी हवाई हमले में ईरानी जनरल क़ासिम सुलेमानी की मौत के बाद जवाबी कार्रवाई में ईरान ने इराक में दो अमेरिकी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाकर बैलिस्टिक मिसाइल हमला किया था। हमले में हालांकि इन ठिकानों पर कोई घायल नहीं हुआ था।
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जरीफ ने विमान गिराए जाने को एक भूल करार दिया। सुलेमानी ईरान के अल-कुद्स बल के प्रमुख थे और तीन जनवरी को बगदाद अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के पास अपने काफिले पर हुए अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गए थे। पिछले सप्ताह ईरान ने इराक में दर्जनों मिसाइलें कम से कम उन दो ठिकानों को निशाना बनाकर कर दागीं जहां अमेरिकी सेना और गठबंधन बल हैं। मेजर जनरल सुलेमानी की मौत को दोनों देशों के बीच के अब तक के सबसे बड़े तनाव के रूप में देखा जा रहा है।