केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने CoWin डेटा से जुड़ी खबरों को गलत और आधारहीन बताते हुए खारिज कर दिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को इस सम्बन्ध में कहा कि CoWin केवल वैक्सीनेशन डेटा एकत्रित करता है, जो सुरक्षित है।
आपको बता दें कि गुरुवार को एक रिपोर्ट सामने आई थी जिसमें दावा किया गया था कि हैकर्स के एक ग्रुप ने CoWin पर 150 मिलियन यूजर्स के डेटाबेस की छानबीन की और बेचने के लिए तैयार कर लिया। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम इस दावे की जांच कर रही है। CoWin पर फीड डेटा सर्वर के बाहर किसी भी यूनिट के साथ शेयर नहीं किया गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि CoWIN प्लेटफॉर्म के हैक होने की कुछ निराधार मीडिया रिपोर्ट आई हैं जो कि फर्जी लगती हैं। हालांकि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और एम्पॉवर्ड ग्रुप ऑन वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन यानी (EGVAC) इस मामले की जांच कंप्यूटर इमरजेंसी रेस्पॉन्स टीम से करवा रहे हैं।
इससे पहले मई महीने में केंद्रीय मंत्रालय ने CoWin के बारे में कहा था कि CoWIN प्लेटफॉर्म को हैक नहीं किया जा सकता। केंद्र सरकार ने यह बयान तब दिया था कि पोर्टल पर वैक्सीन के रजिस्ट्रेशन संबंधी परेशानियां आ रहीं थीं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा था कि CoWin को हैक नहीं किया जा सकता है क्योंकि यह OTP और कैप्चा सेटिंग से सुरक्षित है।