भारत ने दुष्प्रचार वाले कृत्य के लिए आज पाकिस्तान को लताड़ लगाते हुए कहा कि उसने वीडियो में कुलभूषण जाधव के बयान जबरन डलवाए हैं। उसने कहा कि इस्लामाबाद के ऐसे कृत्य की कोई विश्वसनीयता नहीं है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय द्वारा जाधव का वीडियो जारी करने के बाद भारत ने करारा पलटवार किया है।
वीडियो में 47 वर्षीय भारतीय नागरिक जाधव भारत से पूछता है कि वह झूठ क्यों बोल रहा है कि उसने गुप्तचर एजेंसी के लिए काम नहीं किया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, यह आश्चर्यजनक नहीं है। पाकिस्तान जबरन बयान वाले वीडियो जारी करता है। उन्हें समझना चाहिए कि इस तरह के दुष्प्रचार वाले कृत्य की कोई विश्वसनीयता नहीं है। जाधव ने वीडियो में यह दावा भी किया कि पाकिस्तान सरकार उसका ख्याल रख रही है।
तीखी प्रतिक्रिया जताते हुए कुमार ने कहा, किसी को कब्जे में रखकर उससे अपने ख्याल रखने की बात कहलाना और बंधक बनाने वालों के आरोपों को उससे कहलवाने में कोई विश्वसनीयता नहीं है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि पाकिस्तान को सलाह दी जाती है कि वह अपनी अंतरराष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं को पूरा करे चाहे वह राजनयिक पहुंच की बात हो या आतंकवाद पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का प्रस्ताव 1267 और 1373 हो।
साथ ही, वह एक भारतीय नागरिक के मानवाधिकारों का उल्लंघन नहीं करे। जाधव और उनके परिवार के बीच मुलाकात में समझौते के उल्लंघन को लेकर भारत द्वारा पाकिस्तान की आलोचना के बाद यह वीडियो जारी किया गया और भारतीय नागरिक की कुशलता पर सवाल उठाए। भारत ने भी कहा था कि पाकिस्तान के विदेश कार्यालय में 25 दिसम्बर को कड़ी निगरानी में हुई बातचीत में जाधव काफी दबाव में लग रहे थे।
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