नागपुर में बड़े आतंकी हमले को लेकर सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार ने शुक्रवार को कहा कि आतंकी संगठन शहर में आतंकी वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं। इसमें जैश-ए-मोहम्मद का नाम सामने आ रहा है। उन्होंने बताया कि बीते दिन हमें सूचना मिली कि जैश-ए-मोहम्मद के कुछ आतंकियों ने नागपुर में कुछ स्थानों की रेकी की। हमने गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत अपराध दर्ज किया है। इसकी जांच अपराध शाखा कर रही है।
सुरक्षा एजेंसियों को मिले इनपुट के तहत गणतंत्र दिवस के समय और विधानसभा चुनावों के दौरान आतंकवादी भीड़-भाड़ वाली जगहों के साथ ही बाजारों के अलावा हाई-प्रोफाइल नेताओं और सुरक्षा बलों के परिसरों को निशाना बनाने के लिए हमले या विस्फोट की योजना बना सकते हैं। सुरक्षा एजेंसियों ने अपने जारी अलर्ट में कहा है कि आतंकवादियों के विभिन्न समूह और असामाजिक तत्व सुरक्षा बलों के परिसर, भीड़-भाड़ वाले स्थानों/बाजारों रेलवे स्टेशनों, बस स्टैंडों, धार्मिक स्थलों, महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों और हाई प्रोफाइल नेताओं पर हमले या विस्फोट करने की योजना बना सकते हैं।
आतंकी हमले का इनपुट मिलने के बाद बढ़ाई गई सुरक्षा
गणतंत्र दिवस और विधानसभा चुनाव के दौरान आतंकवादी हमले का इनपुट मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने सुरक्षा बलों को सतर्क रहने को कहा है। इनपुट के बाद एजेंसियों ने चुनावी राज्यों में तैनात अधिकारियों और सैनिकों के साथ ही राजधानी और देश के अन्य हिस्सों में गणतंत्र दिवस समारोह के लिए विस्तृत अलर्ट जारी किया है।अलर्ट में इनपुट को संकलित करते हुए एक विस्तृत रिपोर्ट सुरक्षा बलों के साथ साझा की गई है।
सभी एजेंसियों के बीच समन्वय बनाए रखने को किया गया अलर्ट
अलर्ट में वरिष्ठ अधिकारियों को सभी सहयोगी एजेंसियों के साथ आवश्यक समन्वय रखते हुए सुरक्षा अभ्यास, अचानक हमले की स्थिति में प्रतिक्रिया को लेकर तैयार रहने को कहा गया है। साथ ही ऐसी स्थिति के बारे में पहले से ही जवानों को जानकारी देने के लिए कहा गया है. इसके साथ ही किसी भी तरह की सूचना के त्वरित आदान-प्रदान और प्रभावी समन्वय के लिए सभी नियंत्रण कक्षों को चौबीसों घंटे संचालित किया जाना चाहिए. वहीं सूचना समय पर प्राप्त करने के लिए अपने स्वयं के स्रोतों को सक्रिय करने के अलावा, क्षेत्र में खुफिया एजेंसियों और नागरिक पुलिस के साथ घनिष्ठ संपर्क बनाए रखने को कहा गया है। जिससे किसी भी आतंकी घटना को नाकाम किया जा सके।