विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आज बैंकॉक में अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो से मुलाकात की। दोनों देशों के प्रथिनिनिधियों के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई। जानकारी के मुताबिक दोनों ने आर्थिक और व्यापारिक नीतियों पर चर्चा की। बैठक के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि कश्मीर पर वार्ता की यदि जरूरत पड़ी, तो यह केवल पाकिस्तान से होगी और सिर्फ द्विपक्षीय होगी।
जयशंकर इस समय थाईलैंड की राजधानी में हैं। वह आसियान-भारत मंत्रिस्तीय बैठक, नौवें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में विदेश मंत्रियों की बैठक, 26वें आसियान क्षेत्रीय मंच और 10वें मेकोंग गंगा निगम मंत्रिस्तरीय बैठक समेत कई सम्मेलनों में भाग लेने यहां आए हैं।
Wide ranging discussions with @SecPompeo on regional issues. pic.twitter.com/SOLxBDe3Q0
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) August 2, 2019
विदेश मंत्री ने जयशंकर लिखा कि उन्होंने माइक पोम्पियो को साफ कर दिया है कि अगर कश्मीर मुद्दे पर बात होती है तो यह भारत और पाकिस्तान के बीच का मसला है, इसलिए दोनों देशों में ही बात होगी। जयशंकर ने बैंकॉक में नौवें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन विदेश मंत्रियों की बैठक के इतर पोम्पिओ से मुलाकात की। भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता संबंधी ट्रम्प के विवादास्पद बयान के बाद दोनों अधिकारियों की यह पहली आधिकारिक बैठक है।
विदेश मंत्री का यह बयान ऐसे समय पर आई है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को एक बार फिर पाकिस्तान भारत के बीच चल रहे कश्मीर विवाद को लेकर टिप्पणी की है। अमेरिका ने कहा की वह भारत और पाकिस्तान के बीच बेहतर संबंध देखना चाहता है और इसी को देखते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए ‘सहयोग’ की पेशकश की थी।
उन्होंने कहा कि अगर दोनों दक्षिण एशियाई पड़ोसी देश इस दशकों पुराने मुद्दे को हल करने में मदद मांगते हैं तो हम उनकी मदद करते। विदेश मंत्री जयशंकर ने बैंकॉक में मंगोलिया के विदेश मंत्री डी. ट्सोग्तोबार और वियतनाम के विदेश मंत्री पाम बिन्ह मिन्ह से मुलाकात की।