रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के भारत ना आने को लेकर भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर का एक बड़ा बयान सामने आया है। जिसमें कहा है कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ जब जी-20 में कोई राष्ट्राध्यक्ष न पहुंचा हो। बल्कि इससे पहले भी ऐसे कई मौके आ चुके हैं, जिसमें राष्ट्राध्यक्षों ने बैठकों से दर किनारा कर लिया हो। जयशंकर ने आगे कहा की "अलग-अलग समय पर जी-20 बैठक के दौरान कोई न कोई में राष्ट्रपति या देश के प्रधानमंत्री मौजुद रहे हैं, जो किसी कारण बैठकों में शामिल नहीं हो पाए। इससे इतना फर्क नहीं पड़ता। बल्कि मायने तो ये रखता है कि उस देश का पक्ष और स्थिति किस प्रकार का है, और फिर वो अपने देश से किसी न किसी प्रतिनिधि को भेजते ही हैं।