विदेश मंत्री एस जयशंकर ने द्विपक्षीय रिश्तों को आगे बढ़ाने के लिए बृहस्पतिवार को कुवैत के अपने समकक्ष शेख अहमद नासेर अल मोहम्मद अल सबा के साथ कई मुद्दों पर चर्चा की।
कुवैत के विदेश मंत्री 18 घंटे की यात्रा के लिए बुधवार शाम यहां पहुंचे हैं। जयशंकर ने ट्वीट किया कि बुधवार सुबह विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन के साथ कुवैत के विदेश मंत्री अल सबा का स्वागत करके खुशी हुई।
उन्होंने कहा, “ हमारे द्विपक्षीय एजेंडे और क्षेत्रीय घटनाक्रमों पर लाभकारी चर्चा हुई।” जयशंकर ने कहा, “ हमारे द्विपक्षीय रिश्तों को और आगे बढ़ाने के लिए उनके साथ संयुक्त आयोग की बैठक की सह अध्यक्षता करूंगा।”
Glad to welcome this morning, along with @MOS_MEA, FM @anmas71 of Kuwait. Productive discussions on our bilateral agenda & regional developments. Will co-chair Joint Commission with him to elevate our relationship further. pic.twitter.com/xncF5YajE9
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) March 18, 2021
उन्होंने कहा कि कुवैत भारत को कच्चे तेल और एलपीजी का एक विश्वस्त आपूर्तिकर्ता बना हुआ है। ऐतिहासिक रूप से, भारत-कुवैत के रिश्तों में हमेशा से अहम व्यापारिक आयाम रहा है। भारत लगातार कुवैत के शीर्ष व्यापारिक भागीदारों में रहा है।
वित्त वर्ष 2019-20 में, कुवैत भारत का 10 वां सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता था और उसने भारत की ऊर्जा जरूरतों का लगभग 3.8 प्रतिशत पूरा किया। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, 2019-20 में कुवैत के साथ भारत का 10.86 अरब डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार रहा।