जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे पर जापान के नारा शहर में चुनाव प्रचार के एक कार्यक्रम में भाषण के दौरान आज उनको गोली लग गई। गंभीर रूप से घायल आबे को विमान से एक अस्पताल ले जाया गया लेकिन उस समय उनकी सांस नहीं चल रही थी और हृदय गति रुक गयी थी। स्थानीय दमकल विभाग के अधिकारी मकोतो मोरिमोतो ने बताया कि आबे को गोली लगने के बाद दिल का दौरा पड़ा और उन्हें एक प्रांतीय अस्पताल ले जाया गया।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिंजो अबे पर हुए हमले पर दुख व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, मेरे प्रिय मित्र अबे शिंजो पर हुए हमले से बहुत व्यथित हूं। हमारे विचार और प्रार्थनाएं उनके, उनके परिवार और जापान के लोगों के साथ हैं।
Deeply distressed by the attack on my dear friend Abe Shinzo. Our thoughts and prayers are with him, his family, and the people of Japan.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 8, 2022
मुख्य कैबिनेट मंत्री हिरोकाजू मात्सुनो ने पत्रकारों को बताया कि पुलिस ने नारा में घटनास्थल से एक संदिग्ध शख्स को गिरफ्तार किया है। मात्सुनो ने कहा, ‘‘इस तरह का बर्बर कृत्य पूरी तरह अक्षम्य है, चाहे इसकी कुछ भी वजह हो और हम इसकी कड़ी निंदा करते हैं। सरकारी प्रसारक ‘एनएचके’ ने घटना का एक फुटेज प्रसारित किया है, जिसमें 67 वर्षीय आबे को सड़क पर गिरते हुए देखा जा सकता है और कई सुरक्षाकर्मी उनकी ओर भागते हुए देखे जा सकते हैं। पश्चिमी नारा में एक मुख्य ट्रेन स्टेशन के बाहर जब आबे ने भाषण देना शुरू किया तो उसके कुछ ही मिनटों बाद उन पर गोली चलायी गयी।
डेमोक्रेटिक पार्टी में अब भी प्रभावशाली नेता है आबे
प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा उत्तरी जापान में यामगाता के अपने चुनाव प्रचार स्थल से एक हेलीकॉप्टर से तोक्यो लौट रहे हैं। किशिदा और आबे एक ही राजनीतिक दल के हैं। मात्सुनो ने बताया कि सभी कैबिनेट मंत्री अपने प्रचार अभियान को रोककर तोक्यो लौट रहे हैं। एक अन्य फुटेज में चुनाव प्रचार अधिकारियों को अपने लोकप्रिय नेता के आसपास इकट्ठा होते देखा जा सकता है। आबे सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी में अब भी प्रभावशाली नेता हैं और वह उसके सबसे बड़े धड़े सेइवकाई का नेतृत्व करते हैं। जापानी संसद के ऊपरी सदन के लिए मतदान रविवार को होना है।
आबे भाषण दे रहे थे, जब लोगों ने गोलियों की आवाज सुनी। गोली लगने के बाद वह जमीन पर गिर पड़े और उन्होंने अपने सीने पर हाथ रखा हुआ था, उनकी कमीज पर खून लगा हुआ था। दुनिया के सबसे सुरक्षित देशों में से एक माने जाने वाले जापान में यह हमला हैरान करने वाला है। जापान में बंदूक नियंत्रण के सख्त कानून लागू हैं। आबे ने 2020 में यह कहते हुए प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था कि उनकी एक पुरानी बीमारी फिर से उभर आयी है।
उन्होंने उस समय पत्रकारों से कहा था कि अपने कई लक्ष्यों को अधूरा छोड़ना उनके लिए ‘‘परेशान करने वाली बात’’ है। उन्होंने वर्षों पहले उत्तर कोरिया द्वारा अगवा किए गए जापानी नागरिकों के मुद्दे, रूस के साथ क्षेत्रीय विवाद और जापान के युद्ध त्यागने वाले संविधान के संशोधन के मुद्दों को हल करने में अपनी नाकामी की बात की थी।