भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सहयोगी जनता दल (यूनाइटेड) ने बुधवार को राज्यसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक 2019 का समर्थन करने का निर्णय लिया है। जेडीयू के सदस्य रामचंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी विधेयक का समर्थन करती है। उन्होंने कहा, 'मैं इस विधेयक का समर्थन कर रहा हूं। मैं वास्तव में इस विधेयक के बारे में सदन में चर्चा को लेकर आश्चर्यचकित हूं।'
उन्होंने दावा किया कि विधेयक स्पष्ट है कि जिन लोगों को धर्म के कारण सताया गया है, उन्हें नागरिकता के अधिकार दिए जाएंगे और उनकी रक्षा की जाएगी। उन्होंने कहा, 'जो भी भारत के नागरिक हैं, उनके समान अधिकार हैं..भारत की अपनी संस्कृति है। उन्होंने कहा कि लोग अनावश्यक रूप से इस पर शोरगुल मचा रहे हैं।
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उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत के तीन राष्ट्रपति अल्पसंख्यक समुदाय से रहे हैं। रामचंद्र सिंह ने कहा, 'लेकिन हम सभी जानते हैं कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के साथ क्या हो रहा है।' अपनी पार्टी के बारे में रामचंद्र सिंह ने कहा, 'हम भाईचारे का समर्थन करते हैं। इस देश में अगर धर्म के नाम पर कुछ भी होता है तो हम कभी पीछे नहीं रहेंगे। हम सभी भारतीय हैं।' केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बुधवार को राज्यसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक पेश किया।
विधेयक पेश करते हुए उन्होंने कहा कि विधेयक भारत के तीन पड़ोसी देशों-पाकिस्तान, अफगानिस्तान व बांग्लादेश में बेहद गंभीर हालात में रह रहे अल्पसंख्यक लोगों के लिए यह उम्मीद की किरण है। इसके साथ ही यह ऐसे लोग जो भारत आए लेकिन उन्हें नागरिकता नहीं मिली, उनके लिए यह उम्मीद की किरण है। विधेयक को सोमवार को लोकसभा में मंजूरी दी गई।