जम्मू-कश्मीर में अलगाववादियों पर व्यापक कार्रवाई के संकेतों के बीच शुक्रवार रात जेकेएलएफ प्रमुख यासीन मलिक को हिरासत में ले लिया गया। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मलिक को एहतियातन गिरफ्तार किया गया है। जेकेएलएफ के प्रवक्ता ने बताया कि एक पुलिस टीम ने मलिक के मैसुमा स्थित आवास पर छापा मारा और उसे हिरासत में ले लिया। उन्होंने बताया कि यासीन मलिक की गिरफ्तारी का कोई कारण नहीं बताया गया। मलिक को फिलहाल कोठीबाग थाने में रखा गया है।
मलिक को पिछले छह माह के दौरान दर्जनों बार गिरफ्तार किया गया। कुछ मामलों में उसे एक या दो दिन की हिरासत के बाद रिहा कर दिया गया तो कुछ अन्य मामलों में उसे केंद्रीय कारागार में रखा गया और अदालत से जमानत मिलने के बाद रिहा किया गया। अधिकारियों ने बताया कि पुलिस एवं अर्द्धसैनिक बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। हालांकि अभी किसी और के हिरासत में लिये जाने की पुष्टि नहीं की गई है।
वही, गृह मंत्रालय ने अर्द्धसैनिक बलों की 100 कंपनियों को जम्मू-कश्मीर भेजा है। इसमें सीआरपीएफ की 45, बीएसएफ की 35, एसएसबी की 10 और आईटीबीपी की 10 कंपनियां शामिल है।
गौरतलब है कि पुलवामा जिले में सीआरपीएफ के काफिले पर भीषण आतंकवादी हमले के आठ दिन बाद यह कार्रवाई सामने आई है। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गये थे।