ज्योतिरादित्य सिंधिया ने विशेष स्टील की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करने के लिए पीएलआई 2.0 नामक पेश करने की एक नई सरकार की योजना के बारे में जानकारी साझा की। सरकार की देश में मूल्यवर्धित इस्पात के उत्पादन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विशेष इस्पात के लिए उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना का दूसरा संस्करण शुरू करने की योजना है। केंद्रीय इस्पात मंत्री ज्योर्तिरादित्य सिंधिया ने शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी में ‘विशेष इस्पात समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर कार्यक्रम के दौरान यह जानकारी दी। इस कार्यक्रम में 6,322 करोड़ रुपये की योजना के तहत निवेश के लिए चुनी गई कंपनियों ने हिस्सा लिया। सिंधिया ने विशेष इस्पात के लिए पीएलआई के पहले संस्करण के भागीदारों से कहा, ‘‘इस्पात उद्योग के इतिहास और भविष्य में आज एक महत्वपूर्ण दिन है। पीएलआई 1.0 पूर्ण विराम नहीं है, यह यात्रा की शुरुआत है। हमारा मंत्रालय पहले से ही पीएलआई 2.0 पर विचार कर रहा है।’’
इच्छुक पक्षों से जबर्दस्त प्रतिक्रिया मिली है
मंत्री ने आगे उद्योग के हितधारकों से अपने सुझाव और प्रतिक्रिया साझा करने के लिए भी कहा ताकि विशेष इस्पात के लिए अगली पीएलआई योजना जल्द से जल्द तैयार की जा सके। इस्पात राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि इस योजना को इच्छुक पक्षों से जबर्दस्त प्रतिक्रिया मिली है और यह उद्योग के परिदृश्य को बदलने वाली साबित होगी। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने जुलाई, 2021 में देश में विशेष इस्पात के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए पीएलआई योजना को मंजूरी दी थी।