बीजेपी के वरिष्ठ नेता कलराज मिश्रा को सोमवार को हिमाचल प्रदेश का जबकि आचार्य देवव्रत को गुजरात का राज्यपाल नियुक्त किया गया। राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, मिश्रा और देवव्रत जिस दिन से कार्यभार संभालेंगे, उसी दिन से दोनों का कार्यकाल शुरू होगा।
कलराज मिश्रा ने 2017 में 75 वर्ष की आयु पूरी होने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। 78 वर्षीय कलराज मिश्रा उस वक्त सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री थे। कलराज मिश्रा ने 2019 लोकसभा चुनाव भी नहीं लड़ा था।
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देवव्रत (60) को 2015 में हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया गया था। अब वह गुजरात के राज्यपाल ओ. पी. कोहली की जगह लेंगे। कोहली सोमवार को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। कलराज मिश्रा मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के दौरान वह कैबिनेट मंत्री थे। उन्हें सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
उन्होंने सितंबर 2017 में पद से इस्तीफा दे दिया था। माना जाता है कि उन्हें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मजबूत समर्थन प्राप्त है। अगस्त 2018 तक वह रक्षा मामलों की स्थायी समिति के सदस्य रहे हैं। वह लखनऊ से बीजेपी विधायक भी रहे हैं।