मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने प्रदेश विधानसभा चुनाव में मंगलवार को कांग्रेस के सबसे बड़ी पार्टी उभरकर आने की संभावना के मद्देनजर और निर्दलीयों के समर्थन से सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को पत्र लिखकर मिलने का वक्त मांगा।
कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने राज्यपाल को लिखे पत्र में उनसे मिलने का वक्त मांगा है और प्रदेश के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरकर आने की संभावना और विजयी हुए निर्दलीय के समर्थन की बात करते हुए प्रदेश में सरकार बनाने का दावा पेश किया है।
पत्र में नाथ ने लिखा है, ‘‘कांग्रेस पार्टी विधानसभा चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरकर आ रही है। इसके अलावा कांग्रेस को सभी निर्दलियों का भी समर्थन हासिल है।’’ इसके साथ ही कमलनाथ ने परिणामों की अधिकृत घोषणा के साथ ही वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के साथ राज्यपाल से मिलने का वक्त मांगते हुए प्रदेश में सरकार बनाने की अनुमति चाही है।
उधर, राज्यपाल की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि चुनाव आयोग की तरफ से तस्वीर साफ होने के बाद ही मिलने का समय दिया जाएगा।
वही ,कमलनाथ की चिट्ठी को लेकर मध्य प्रदेश बीजेपी के महामंत्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि कांग्रेस जल्दी में हैं, अंतिम परिणाम अभी तक नहीं आया है। उन्हें इंतजार करना चाहिए, जब फाइनल रिजल्ट आएंगे, बीजेपी बहुमत हासिल करने वाली पार्टी होगी।
आपको बता दे कि राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिज़ोरम में मंगलवार सुबह से जारी मतगणना के रुझानों को देखें तो तस्वीर अब लगभग साफ हो गई है। भारतीय जनता पार्टी दो राज्यों में बुरी तरह हार रही है। जबकि मध्य प्रदेश में कांग्रेस को कांटे की टक्कर दे रही है।
चुनाव में हिंदी पट्टी में कांग्रेस को जबर्दस्त लाभ, तेलंगाना में TRS और मिजोरम में MNF की जीत
अभी तक के नतीजों और रुझानों के मुताबिक मध्य प्रदेश में दोनों की पार्टियों की सीटें और वोट प्रतिशत कभी बराबर हो जा रहे हैं। तो कभी बीजेपी आगे निकल जा रही है तो कभी कांग्रेस। फिलहाल कांग्रेस को ज्यादा सीटें मिलतीं दिख रही हैं। हालांकि पूरी तस्वीर अभी साफ नहीं है।
ताजा रुझानों के मुताबिक मध्य प्रदेश विधानस की 230 सीटों के लिये प्राप्त ताजा रुझानों के अनुसार कांग्रेस 114 सीटों पर आगे या जीत दर्ज कर रही है जबकि भाजपा 109 सीटों पर आगे या जीत दर्ज कर रही है।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार राज्य में भाजपा और कांग्रेस दोनों को 41.2 फीसदी मत मिले हैं। सत्ता विरोधी लहर से जूझ रहे तीन बार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधनी सीट से चुनाव जीत गए हैं, लेकिन उनकी सरकार के दर्जन भर मंत्री कांग्रेस उम्मीदवारों से पीछे चल रहे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि रुझान मध्य प्रदेश में बदलाव के लिये लोगों की इच्छा को दर्शाते हैं। जबकि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने विश्वास जताया कि उनकी पार्टी राज्य में सरकार बनाएगी।
उधर, तेलंगाना में टीआरएस ने जबर्दस्त प्रदर्शन करते हुए सत्ता में दोबारा वापसी कर ली है, तो मिजोरम में एमएनएफ ने कांग्रेस से राज्य की सत्ता छीन ली है।
छत्तीसगढ़ की 90 सीटों में से 89 सीटों के लिये उपलब्ध ताजा रुझानों के अनुसार कांग्रेस 68 सीटों पर आगे चल रही है, वहीं भाजपा 15 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर है। 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव को सिंहासन का सेमीफाइनल कहा जा रहा था।