मध्यप्रदेश में आज रात कांग्रेस के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को विधायक दल का नेता चुने जाने की औपचारिक घोषणा की गयी। श्री कमलनाथ अब राज्य के नये मुख्यमंत्री होंगे।
रात साढे दस बजे बाद प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में काफी गहमागहमी के बीच हुई बैठक में केन्द्रीय पर्यवेक्षक ए के एंटोनी ने श्री कमलनाथ को विधायक दल का नेता चुने जाने की जानकारी दी। इसके पहले कल हुई विधायक दल की बैठक में एक प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया था, जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को विधायक दल का नेता चुनने के लिए अधिकृत किया गया था।
इस मौके पर वरिष्ठ नेता कमलनाथ के अलावा श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, दिग्विजय सिंह और अरूण यादव भी मौजूद थे। वही , हालांकि राजस्थान और छत्तीसगढ़ को लेकर संशय बना हुआ है।
इससे पहले कमलनाथ (72) देर रात भोपाल पहुंचे जहां हवाईअड्डे पर उनके समर्थकों ने ‘जय जय कमलनाथ’ के नारे से उनका स्वागत किया। वहां से वह विधायक दल के नेता के चयन के वास्ते नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक के लिए सीधे पार्टी कार्यालय गये।
कांग्रेस की अगुवाई वाली पिछली सरकारों में केंद्रीय मंत्री रहे कमलनाथ मध्य प्रदेश में कांग्रेस द्वारा सत्तारुढ़ भाजपा के खिलाफ जीत दर्ज करने के समय से ही मुख्यमंत्री पद के शीर्ष दावेदार थे। राज्य में पिछले 15 साल से भाजपा सत्ता में थी। पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मुख्यमंत्री पद की दौड़ में थे।
कांग्रेस ने ट्वीट किया, ‘‘कमलनाथ के मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री निर्वाचित होने पर उन्हें हमारी शुभकामनाएं। उनकी कमान में राज्य में एक नये युग का सूत्रपात होने जा रहा है। ’’
वही , कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ बैठक के बाद उनके आवास से बाहर निकले पार्टी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि आज ही मुख्यमंत्री की घोषणा कर दी जाएगी।
राहुल गांधी ने राजस्थान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों पर फैसला शुक्रवार के लिए टाला
उन्होंने संवाददताओं से कहा, ‘‘कोई दौड़ नहीं है। कुर्सी की कोई बात नहीं है। हम मध्य प्रदेश की जनता की सेवा के लिए है। मैं भोपाल के लिए निकल रहा हूं और आप को आज फैसले के बारे में पता चल जाएगा।’’ सिंधिया और कमलनाथ मुख्यमंत्री पद की दौड़ में मुख्य रूप से शामिल माने जा रहे हैं।
इससे पहले, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कमलनाथ और सिंधिया के मुलाकात की। इसके बाद दोनों नेताओं के साथ तस्वीर शेयर कर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि ‘‘धैर्य और समय दो सबसे शक्तिशाली योद्धा’’ होते हैं।
गांधी ने मध्य प्रदेश के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए एके एंटनी और प्रभारी दीपक बाबरिया के साथ बैठक की।
मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री पद को लेकर अगले कुछ घंटों में भले ही संशय खत्म होने की संभावना है, लेकिन राजस्थान और छत्तीसगढ़ को लेकर संशय की स्थिति बनी हुई है।
गांधी ने राजस्थान के लिए पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए केसी वेणुगोपाल तथा प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे और मुख्यमंत्री पद के दावेदार माने जा रहे दोनों नेताओं अशोक गहलोत एवं सचिन पायलट से मुलाकात की, हालांकि मुख्यमंत्री को लेकर सहमति नहीं बन सकी है।
इस बीच, कुछ स्थानों पर समर्थको के हंगामे के कारण सचिन पायलट और अशोक गहलोत ने कार्यकर्ताओं से शांति एवं अनुशासन बनाए रखने की अपील की। छत्तीसगढ़ के लिए पर्यवेक्षक बनाए गए मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रभारी पीएल पुनिया ने भी राहुल से मुलाकात की।
सूत्रों का कहना है कि ये दोनों नेता शुक्रवार को एक बार फिर गांधी के साथ बैठक कर सकते हैं। भूपेश बघेल, टी एस सिंह देव, ताम्रध्वज साहू और चरणदास महंत मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल माने जा रहे हैं।