उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में इत्र कारोबारी पीयूष जैन के यहां पडें छापों के बाद अब सियासत भी गरमा गई है। इस मामले में सपा (समाजवादी पार्टी) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर तंज कसा था कि, बीजेपी ने अपने ही व्यवसायी पर छापा मारा है। सपा प्रमुख ने इत्र कारोबारी के साथ पार्टी के किसी भी तरह के संबंध से इंकार किया था। समाजवादी रथ यात्रा शुरू होने से पहले पत्रकारों से बातचीत में सपा प्रमुख ने कहा कि, व्यापारी के सीडीआर (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) से कई भाजपा नेताओं के नाम सामने आएंगे जो उनके संपर्क में थे। अखिलेश के इस बयान पर बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी पलटवार किया है।
छापेमारी करने वाली एजेंसियों को बधाई देनी चाहिए थी : अनुराग ठाकुर
सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर अनुराग ठाकुर ने पलटवार करते हुए कहा कि, उन्हे इत्र कारोबारी के यहां छापेमारी करने वाली एजेंसियों को बधाई देनी थी लेकिन सपा के लोग इसका विरोध कर रहे हैं। और कह रहे है कि, अभी इनकम टैक्स के बाद ईडी और सीबीआई भी आएगी। उन्होंने कहा इस छापेमारी में केवल सपा के लोगों को ही दर्द क्यों हो रहा है। सपा का इस इत्र वाले से सपा का क्या संबंध है? अनुराग ठाकुर ने कहा, यदि किसी का यहां लगभग 200 करोड़ कैश, 600 करोड़ इत्र का सामान और करीब 270 किलो सोना-चांदी मिल जाए तो आप क्या करेंगे। उन्होंने कहा जांच एजेंसियों ने इसलिए कार्रवाई की क्योंकि यह पैसा गरीब के विकास और उत्थान पर खर्चा होना चाहिए था लेकिन वो नहीं हुआ। इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने भी सपा प्रमुख पर पलटवार किया था।
इत्र व्यापारी के घर से लगभग 257 करोड़ रुपये नकद मिला
गौरतलब है कि आयकर और केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड द्वारा गत दिनों की गई छापेमारी में कानपुर में इत्र व्यापारी के घर से लगभग 257 करोड़ रुपये नकद, 25 किलो सोना और 250 किलो चांदी बरामद की गई थी। अदालत के आदेश पर पीयूष जैन को सोमवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। इस छापेमारी के बाद सपा प्रमुख ने कहा था कि, भारी मात्रा में नकदी की वसूली ने साबित कर दिया है कि, नोटबंदी और जीएसटी विफल हो गए हैं। इससे पहले भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया था कि इत्र कारोबारी पीयूष जैन से समाजवादी पार्टी के संबंध रहे हैं।