कांग्रेस ने एक बार फिर प्रवासियों और गरीब लोगों की दुर्दशा को लेकर सरकार पर हमला करते हुए कहा है कि वे देशव्यापी लॉकडाउन के कारण पीड़ित हैं। पार्टी के नेता कपिल सिब्बल ने गुरुवार को कहा कि केवल भाषण देकर लोगों की मदद नहीं की जा सकती।
COVID 19
We salute who feed :
Migrants and the poor
Gurdwaras
Mandirs
NGO’s with community supportOur people ready to support government
Government must also be ready to support peopleNot by lathi charges
Not by “ bhashans “
But by “ rations “
and
Cash for survival— Kapil Sibal (@KapilSibal) April 16, 2020
सिब्बल ने ट्वीट कर कहा कि “हमारे लोग सरकार का समर्थन करने के लिए तैयार है लेकिन सरकार को भी लोगों का समर्थन करने के लिए तैयार होना चाहिए। ये समर्थन ‘लाठीचार्ज’ और ‘भाषण’ से नहीं, बल्कि ‘राशन’ और जीवनयापन के लिए ‘पैसा’ देकर करना चाहिए।” सिब्बल ने कहा कि “हम गुरुद्वारे, मंदिर, सामुदायिक सहयोग से चल रहे गैर सरकारी संगठन को सलाम करते हैं, जो इन प्रवासियों और गरीबों को खाना खिला रहे हैं।”
कांग्रेस 20 सितंबर तक गरीबों के लिए मुफ्त राशन की मांग कर रही है और सोनिया गांधी ने इस पर प्रधानमंत्री को पत्र भी लिखा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को सरकार से गरीबों को भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए ‘आपातकालीन राशन कार्ड’ जारी करने की अपील की। ये प्रावधान उन लोगों के लिए करने को कहा है, जिनमें प्रवासी और गरीब शामिल हैं और जिन्हें पीडीएस के माध्यम से राशन नहीं मिल रहा है।
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राहुल गांधी ने बुधवार को एक ट्वीट में कहा कि यह अमानवीय है कि अनाज सड़ रहा है और लोग खाली पेट हैं। उन्होंने कहा कि हम सरकार से अपील करते हैं कि इस कठिन समय में आपातकालीन राशन कार्ड जारी करें। यह उन लोगों के लिए होना चाहिए जो लॉकडाउन के कारण पीड़ित हैं और उनके पास अनाज नहीं है। लाखों ऐसे नागरिक हैं जो पीडीएस से राशन नहीं ले पा रहे हैं। खाद्यान्न गोदामों में सड़ रहा और लोग भूखे हैं, यह अमानवीय है।