कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष के. आर. रमेश कुमार ने गुरुवार को कहा कि वह पिछले एक सप्ताह के दौरान कांग्रेस और जनता दल ( एस) के 16 विधायकों के दिये गये इस्तीफों के बारे में नियमों और संविधान के अनुरूप फैसला करेंगे।
श्री रमेश कुमार ने कहा, ‘‘ मैंने 10 विधायकों के पुन: पेश किये गये इस्तीफे गुरुवार शाम को प्राप्त किये हैं और उन पर नियमों के अनुसार कार्रवाई करुंगा। मैंने उन्हें मिलने की कोई तिथि नहीं दी है। मुझे इन पर अंतिम निर्णय लेने के लिए कुछ समय चाहिए।’’
उन्होंने विधायकों से पुन: इस्तीफा प्राप्त करने के बाद यहां संवाददाताओं से कहा कि त्यागपत्र देने संबंधी पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी करवाई गयी है। इस वीडियोग्राफी के फुटेज उच्चतम न्यायालय के महा पंजीयक को सौंपे जायेंगे।
विधानसभा अध्यक्ष ने बागी विधायकों के इस्तीफे स्वीकारने में देरी करने संबंधी रिपोर्ट को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, ‘‘ इन निराधार रिपोर्टों से मुझे पीड़ हुई है। मुझे किसी को खुश करने की जरूरत नहीं है। मैं जनता के व्यापक हित को देखते हुए संविधान और कानून के अनुरूप कदम उठा रहा हूं।’’
श्री रमेश कुमार ने स्पष्ट किया कि शनिवार को अपराह्न दो बजे तक वह अपने चैम्बर में थे और उन्हें किसी का न तो त्यागपत्र मिला और न ही किसी ने उनसे मिलने के लिए समय मांगा। सात जुलाई को रविवार था और सोमवार आठ जुलाई को वह निजी कार्य से शहर से बाहर से गये थे।
मंगलवार नौ जुलाई को उन्हें पता चला कि 13 विधायकों के इस्तीफे उनके कार्यालय में प्रस्तुत किये गये हैं। इन इस्तीफों की जांच के बाद पता चला कि इनमें से पांच ही नियमों के अनुरूप हैं। इसके बाद उन्होंने अन्य आठ विधायकों से कहा कि वे उचित प्रारूप में अपने इस्तीफे पुन: पेश करें। ये इस्तीफे उन्हें आज ही मिले हैं और इन पर कानून के अनुरूप निर्णय लेने के लिए उन्हें कुछ समय चाहिए।
विधानसभा अध्यक्ष ने कुछ विधायकों के मुम्बई जाने और इस्तीफे स्वीकार करने में देरी करने का आरोप लगाते हुए उच्चतम न्यायालय में गुहार लगाने पर कड़ आपत्ति व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘ मैं संविधान की परवाह न करते हुए बिजली की गति से काम नहीं कर सकता। मैं किसी के बन्धन में नहीं हूं।
उच्चतम न्यायालय में सारे विवरण पेश करुंगा।’’ इससे पहले मुम्बई से चार्टर्ड विमान से यहां पहुंचे बागी विधायक उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर कड़ सुरक्षा व्यवस्था के बीच विधानसभा अध्यक्ष से मिले और उन्हें अपने त्यागपत्र सौंपे।
श्री रमेश कुमार ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार विधानसभा का मानसून सत्र शुक्रवार से शुरू होगा और सूची के अनुरूप सदन की कार्यवाही संचालित की जायेगी।