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CAA और NRC के रद्द होने की मांग करने वाले गलतफहमी के शिकार : कौशल किशोर

केंद्र सरकार द्वारा कृषि कानून को रद्द करने के फैसले के बाद कई विपक्षी दलों द्वारा अनुच्छेद 370 की बहाली और सीएए-एनआरसी की वापसी की उम्मीद जताई जाने लगी है।

केंद्र सरकार द्वारा कृषि कानून को रद्द करने के फैसले के बाद कई विपक्षी दलों द्वारा अनुच्छेद 370 की बहाली और सीएए-एनआरसी की वापसी की उम्मीद जताई जाने लगी है। विपक्षी दलों की इस उम्मीद को गलतफहमी करार देते हुए केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने कहा कि विपक्ष सोच रहा है कि कृषि कानून वापस हो गए तो CAA-NRC भी वापस हो जाएंगे तो यह उनकी गलतफहमी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग के एक दिन बाद केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर ने कहा कि विपक्ष को इस फैसले का स्वागत करना चाहिए। तीनों कृषि कानून वापस लेने के बाद विपक्ष के पास अब कोई मुद्दा नहीं है। विपक्ष सोच रहा है कि कृषि कानून वापस हो गए तो CAA-NRC भी वापस हो जाएगा। CAA-NRC वापस करने की मांग जो कर रहे हैं, वे गलतफहमी के शिकार हैं।
वो दिन दूर नहीं है जब CAA भी वापस लेगी सरकार : ओवैसी 
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रकाश पर्व के दिन कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया। इसके बाद ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि वो दिन दूर नहीं है जब केंद्र की मोदी सरकार नागरिकता संशोधित कानून भी वापस लेगी। 
महबूबा मुफ्ती को भी केंद्र से अनुच्छेद 370 की बहाली की उम्मीद
वहीं जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने यह भी उम्मीद जताई कि केंद्र सरकार अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर में लिए गए ‘अवैध फैसलों’ में सुधार करेगी। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ”कृषि कानूनों की वापसी का फैसला और माफी स्वागत योग्य कदम है, भले ही यह चुनावी मजबूरियों और चुनावों में हार के डर से उपजा हो। विडंबना यह है कि जहां भाजपा को वोट के लिए शेष भारत में लोगों को खुश करने की जरूरत है, वहीं कश्मीरियों को दंडित और अपमानित करना उनके प्रमुख वोटबैंक को संतुष्ट करता है।”

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