विदिशा : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से प्रदेश में चल रहे गेहूं, चना, मसूर और सरसों के उपार्जन की समीक्षा करते हुए कहा कि उपार्जन के दौरान किसान हितैषी दृष्टिकोण रखा जाये। समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री चौहान ने सभी जिलों में आवश्यकतानुसार नवीन उपार्जन केन्द्र खोलने, किसानों को समय से भुगतान करने तथा उपार्जन कार्य की लगातार मानीटरिंग करने के भी निर्देश दिए।
जिला मुख्यालय स्थित एनआईसी के वीसी कक्ष में कलेक्टर भावना वालिम्बे सहित उपार्जन से संबंधित सभी जिला अधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि किसानों को समय से एसएमएस मिले तथा खरीदी केन्द्र पर उपार्जन सुनिश्चित किया जाए। उपार्जन के बाद शीघ्र परिवहन किया जाये।
यह सुनिश्चित करें कि किसानों को खरीदी के तीसरे दिन भुगतान मिले। किसी कारण से एसएमएस से सूचना के बाद निर्धारित दिन पर किसान नहीं आ पाता है तो उन्हें दोबारा एसएमएस किया जाये। खरीदी, परिवहन और किसान को भुगतान की लगातार मानीटरिंग की जाये। खरीदी केन्द्रों पर पर्याप्त संसाधन और उपकरण हों।
उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करें कि बोरे के निर्धारित वजन के बराबर ही कटौती की जाये। उपार्जन केन्द्रों पर छाया और पीने के पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करें। उपार्जन केन्द्रों पर एक प्रशासनिक अधिकारी की ड्यूटी लगायें। मण्डियों में आवश्यकतानुसार मजदूरी की दरें बढ़ायें। जिन उपार्जन केन्द्रों पर नाफेड के सर्वेयर नहीं हो, वहां कृषि, खाद्य और सहकारिता की समिति बनाकर एफ.ए.क्यू गुणवत्ता का उपार्जन करें।
ओला प्रभावित और सूखे से प्रभावित किसानों को राहत राशि मिलना शेष नहीं रहे। उपार्जित खाद्यान्न के परिवहन में देरी नहीं हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि कलेक्टर उपार्जन कार्य के साथ भुगतान की स्थिति की प्रतिदिन समीक्षा करें। प्रभारी मंत्री भी प्रतिदिन उपार्जन कार्य की मानीटरिंग करेंगे। खरीदी, परिवहन, भुगतान और कैश की प्रतिदिन रिपोर्ट लें।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कृषि समृद्धि योजना के तहत वर्ष 2016-17 की प्रोत्साहन राशि अधिकांश किसानों के खातों में पहुंच गई है। वर्ष 2017-18 की प्रोत्साहन राशि 265 रूपये प्रति क्विंटल गेहूं तथा चना, मसूर और सरसों में 100 रूपये प्रति क्विंटल की दर से आगामी 10 जून को किसानों के खातों में जमा की जाएगी।
वीडियो कॉफ्रेसिंग के पश्चात कलेक्टर भावना वालिम्बे ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने के लिए कहा। उन्होंने जिले में चल रहे उपार्जन कार्य की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि निर्धारित मानकों के अनुरूप तुलाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि एसएमएस भेजने के पश्चात आने वाले किसानों का उपार्जन सुनिश्चित किया जाए। साथ ही एसएमएस भेजने के पश्चात भी निर्धारित तिथि पर उपार्जन के लिए नहीं आने वाले किसानों को पुनः एसएमएस भेजा जाए।
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