लुधियाना-फिरोजपुर : पंजाब के भारत-पाकिस्तान आखिरी छोर पर स्थित सरहदी शहर फिरोजपुर की सार्वजनिक दीवारों पर लिखे खालिस्तानी समर्थक नारों से अचानक दहशत का माहौल उत्पन्न हो गया।
स्थानीय लोगों में इन नारों के प्रति काफी रोष पाया जा रहा है। शहर वासियों के मुताबिक खालिस्तानी समर्थक लोगों ने जीरा गेट, मालवा रोड़ और मक्कू रोड पर स्थित आरएसडी कालेज की दीवारों पर और बेदी कालोनी व देससमाज कालेज की दीवारों पर भी नारे लिखे होने की सूचना है।
हालांकि संबंधित पुलिस अधिकारियों ने नारों की सूचना पाकर संपर्क थानों के इंचार्जो को हिदायतें जारी कर दी है। जहां पर भी खालिस्तानी नारें लिखे गए है, उनको तत्काल हटा दिया जाएं और दोषी व्यक्तियों के विरूद्ध कार्यवाही की जाएं।
जानकारी अनुसार आजादी नारों के साथ-साथ रैफरेंडम 2020 और खालिस्तान जिंदाबाद के पंजाबी भाषा में लिखित नारों से लोगों में दहशत का माहौल पैदा हो गया है। हालांकि सरहदी शहर होने के कारण लोगों में चर्चा का विषय है और प्रतिष्ठित लोगों का भी मानना है कि 80 के दशक में आतंकवाद के काले दौर के वक्त भी आतंकवादी घटनाओं की शुरूआत फिरोजपुर के इलाके से हुई थी। काले रंग से लिखे गए इन नारों में भिंडरावाला तेरी सोच ते पैरा दियागे ठोक के.. और खालिस्तान कमांडो फोर्स दिल्ली तख्त हिलाएंगी और साडी जान खालिस्तान से संबंधित नारे थे।
फिलहाल गुप्तचर एजेंसियां इन नारों को लिखने वाले असल दोषियों की पहचान करने हेतु सक्रिय हो चुकी है और उच्च अधिकारियों के मुताबिक दोषी व्यक्तियों को बख्शा नहीं जाएंगा। प्रशासन ने भी शहर वासियों को हिदायतें जारी करते हुए ना डरने की अपील की है।
– सुनीलराय कामरेड