दिल्ली की सीमाओं पर विरोध कर रहे किसान नेताओं की हत्या करने की साजिश खालिस्तान कमांडो फोर्स की ओर से की जा रही है। केंद्रीय इंटेलिजेंस एजेंसियों रॉ और आईएस आतंकी संगठन खालिस्तान कमांडो फोर्स की ऐसी ही कोशिशों पर नजर रख रही है। खुफिया एजेंसियों की ओर से इसपर एक रिपोर्ट तैयार की गई है।
केंद्रीय खुफिया एजेंसियों की ओर से तैयार की गई रिपोर्ट के मुताबिक, किसान नेताओं को टारगेट करने की साजिश रच रहे साजिशकर्ता बेल्जियम और यूनाइटेड किंगडम से है। साजिशकर्ताओं ने दिल्ली की सीमाओं पर विरोध कर रहे किसान नेता को खत्म करने की योजना बनाई है।
खालिस्तान कमांडो फोर्स ने सोचा था कि इस वक्त किसान नेता की हत्या से भारत में हिंसा बढ़ेगी और इसका आरोप भी सरकारी एजेंसियों या एक राजनीतिक पार्टी पर फोड़ा जाएगा। खालिस्तान कमांडो फोर्स एक आतंकी संगठन है जो भारत में होने वाले अनेकों हत्या मामले में शामिल है। इस आतंकी संगठन में विभिन्न देशों जैसे कनाडा, ब्रिटेन , बेल्जियमऔर पाकिस्तान के लोग शामिल है।
बता दें कि 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली से पहले भी खुफिया एजेंसियों ने सरकार को आगाह किया था। उन्होंने कहा था कि बाहरी तत्व इस आंदोलन पर कब्जा जमा सकते हैं और हिंसा भड़का सकते है। इसके बाद भी सरकार ने किसानों को ट्रैक्टर रैली की इजाजत इसलिए दी थी कि यह उनका लोकतांत्रिक हक है। ऐसा हुआ भी 26 जनवरी की किसानों की रैली में हुई हिंसा में पाकिस्तान और खालिस्तान समर्थकों की भूमिका सामने आई। पाकिस्तान प्रायोजित अराजक तत्व और खालिस्तानियों से सहानुभूति रखने वाले लोग किसान आंदोलन में बेहद सक्रिय है और माहौल खराब करने की फिराक में है।