बीते बुधवार के दिन रामनाथ कोविंद ने स्वच्छ सर्वेक्षण 2019 के नतीजे जारी किए। इनमें मध्य प्रदेश के शहरों ने बाजी मार ली है। हर बार की तरह तीसरी बार भी इंदौर सबसे साफ शहर बना है वहीं इस लिस्ट में उज्जैन और भोपाल भी अपनी-अपनी कैटिगरी में आगे रहे हैं। वहीं अगर बात राज्यों की करें तो छत्तीसगढ़ आगे रहा और सबसे साफ राज्य घोषित किया गया है।
यह तीसरा स्वच्छता सर्वेक्षण सर्वे है। शुरुआत 2014 में हुई। इसके बाद 2016 और अब 2017 में यह सर्वे आया है।
लगातार तीसरी बार इंदौर टॉप पर
सर्वेक्षण के दौरान इंदौर सबसे साफ शहर पाया गया है। वहीं उज्जैन सबसे साफ मध्यम शहर जहां पर 3-10 लाख की आबादी और भोपाल सबसे साफ राजधानी बना है। अहमदाबाद भी सफाई के मामले में पीछे नहीं हैं 10 लाख से ज्यादा आबादी होने वाला बना है। सबसे साफ छोटे शहर 1-3 का खिताब एनडीएमसी नई दिल्ली महानगर पालिका को मिला है।
आगे है छत्तीसगढ़
दिल्ली कैंट को इसके अलावार सबसे कैंट का दर्जा मिला है। उत्तराखंड के गोचर को सबसे साफ गंगा शहर पाया गया है। राज्यों की लिस्ट में सबसे ऊपर रहा छत्तीसगढ़ तो वहीं झारखंड दूसरे और महाराष्ट्र तीसरे नंबर पर रहा है। बता दें कि ये सर्वेक्षण 28 दिन में 4,237 शहरों में पेपरलेस और डिजिटल फॉर्मेट में किया गया है। केंद्रीय आवास एंव शहरी विकास राज्यमंत्री हरदीप सूरी ने कहा कि शहरों ने सैनिटेशन और वेस्ट मैनेजमेंट के लिए कुछ नए तरीके अपनाएं हैं।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने प्रयागराज में हाल ही में संपन्न हुए कुंभ मेले की तारीफ करते हुए कहा कि करीब 1,20,000 शौचालयों की व्यवस्था के साथ कूड़ा-कचरा लगातार साफ करने के लिए कार्य किया गया। जिसे अनेक देशों में सराह जा रहा है