भारतीय रेल ने आपात स्थिति में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मिशन मोड में काम करते हुए बेहद कम समय में ही 2500 रेल डिब्बे को आइसोलेशन वार्ड में बदल कर 40000 बेड तैयार कर लिया है।
पूर्व-मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने आज यहां बताया कि रेलवे ने बेहद कम समय में 5000 रेल डिब्बे को आइसोलेशन वार्ड में बदलने के आधे लक्ष्य 2500 को हासिल कर लिया है। इससे आपात स्थिति में कोरोना संक्रमित 40 हजार मरीजों के लिए बेड की सुविधा उपलब्ध हो गई है।
श्री कुमार ने बताया कि लॉकडाउन में जब कार्यबल सीमित था तब विभिन्न रेल मंडलों ने सूझबूझ से इनका इस्तेमाल करते हुए प्रतिदिन औसतन 375 रेल डिब्बे को आइसोलेशन वार्ड में बदलने के असंभव लग रहे कार्य को पूरा किया।
पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी ने कहा कि पूर्व में जारी किए गए चिकित्सा परामर्शों के तहत इन कोचों में सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं। जरूरतों और नियमों के तहत सर्वश्रेष्ठ विश्राम और चिकित्सा निगरानी सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।