राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ग्रामीण स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए एक सौ करोड़ की परियोजना के अलावा माता अमृतानंदमई मठ की कई कल्याणकारी योजनाओं का उद्घाटन किया। स्वच्छ पेयजल परियोजना का लाभ पूरे देश के एक करोड़ ग्रामीणों को मिलेगा। इस परियोजना की शुरुआत अपने श्रद्धालुओं के बीच ‘अम्मा’ के नाम से प्रसिद्ध अध्यात्मिक गुरु माता अमृतानंदमई देवी की 64वीं जयंती के मौके पर की गई है।
#PresidentKovind launches various welfare programmes of Mata Amritanandamayi Math; says Kerala is a leading spiritual home of our country pic.twitter.com/vRUxhU9O6V
— President of India (@rashtrapatibhvn) October 8, 2017
राष्ट्रपति ने वल्लिकावु में परियोजनाओं का शुभारंभ करते हुए कहा कि केरल की आध्यात्मिक चेतना धार्मिक भेदभाव से परे है। एक समुदाय ने खुशी से दूसरे को स्थान दिया है। परमात्मा की सबसे बड़ी सेवा मनुष्यों की सेवा ही है। राष्ट्रपति ने कहा कि आदी शंकराचार्य, नारायण गुरू और अय्यंकली जैसे केरल के आध्यात्मिक गुरुओं और सामाजिक सुधारकों ने भारत को आध्यात्मिकता के समान ज्ञान के साथ एकजुट किया और सामाजिक सुधारों के लिए प्रेरित किया।
अम्मा केरल के प्रबुद्ध आध्यात्मिक परंपरा का प्रतिनिधित्व करती है। उनका आध्यात्मिक मिशन राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का है। सबसे बड़ी सेवा गरीबों और दलितों की मदद करने और उन्हें उनकी असली क्षमता हासिल करने में उन्हें सक्षम बनाना है। इस समारोह में माता अमृतानंदमयी, केरल के राज्यपाल न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) पी सदाशिवम, पर्यटन मंत्री देवस्वम कदकंपली सुरेंद्रन, सांसद के.सी. वेणुगोपाल और विधायक आर रामचंद्रन भी मौजूद थे।