पाकिस्तान की जेल में कथित जासूसी के मामले में बंद भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कूलभूषण जाधव के मसले पर भारत और पाकिस्तान का सामना होगा। दोनों देशों के नेता रूस के सोची में एक दूसरे से भेंट करेंगे। हालांकि यह साफ नहीं हो पाया है कि दोनों ही देश द्विपक्षीय मसलों पर चर्चा करेंगे या नहीं मगर दोनों ही देशों के बीच आतंकवाद केंद्र में होगा। साथ ही भारत मांग करेगा कि पाकिस्तान कुलभूषण जाधव की पत्नी की सुरक्षा की गारंटी दे।
भारत की तरफ से विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इस समिट में हिस्सा लेंगी। वहीं , पाकिस्तान किसे भेजेगा यह फिलहाल साफ नहीं है। माना जा रहा है कि पाक भी अपने विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ को भेज सकता है। कार्यक्रम में पाकिस्तान का करीबी दोस्त चीन भी मौजूद होगा।
संघाई कोर्पोरेशन ऑर्गेनाइजेशन नाम से इस संगठन का काम सेंट्रल एशिया और अफगानिस्तान के इलाके में शांति बनाए रखना है। भारत को सदस्यता दिलवाने में रूस ने साथ दिया था, वहीं पाकिस्तान की चीन ने मदद की थी।
अब दोनों देश एक दूसरे के पारस्परिक हितों को लेकर आमने सामने होंगे। उल्लेखनीय है कि कुलभूषण जाधव का मामला अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय में सुनवाई के तहत लंबित है। जबकि पाकिस्तान की सैन्य अदालत कुलभूषण जाधव को भारतीय सुरक्षा व खुफिया एजेंसी का एजेंट बताते हुए मौत की सजा सुना चुकी है मगर इंटरनेशनल कोर्ट आॅफ जस्टिस ने इस सजा पर रोक लगा दी है।
आपको बता दे कि इसको लेकर भारतीय विदेश मंत्रालय करीब सप्ताह भर पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय को पत्र लिखा था।
भारत इस संबंध में पाकिस्तान के पत्र का इंतजार कर रहा है। अभी तक इस्लामाबाद ने इस मामले में कोई जवाब नहीं दिया है, लेकिन सूत्र बताते हैं कि पाकिस्तान को कुलभूषण जाधव की मां, पत्नी से मिलने की इजाजत देनी ही होगी।
लेकिन इस पेशकश पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि एक तो उनकी मां को पाक जाने की अनुमति देने का प्रस्ताव लंबित है और दूसरे पाकिस्तान उनकी मां-पत्नी की सुरक्षा सुनिश्चित करे, तभी उन्हें भेजा जा सकता है।