बेनामी संपत्ति और रेलवे होटल टेंडर घोटाला मामले में केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के समक्ष पेश होने से पूर्व राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष और पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने आज कहा कि सत्य की सदैव विजय होती है।
यादव ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्वीट पर लिखा,’ सच और गुलाब सदा कांटों से घिरे रहते हैं। सांच को आंच नहीं। सत्यमेव जयते। इससे पूर्व ब्यूरो ने इन मामलों में पूछताछ के लिए राजद सुप्रीमों श्री यादव को नोटिस जारी किया था। पहले नोटिस पर मोहलत लेने के बाद राजद अध्यक्ष एवं उनके पुत्र तेजस्वी यादव उपस्थित नहीं हुए थे। इसके बाद सीबीआई ने पांच अक्तूबर को श्री यादव और छह अक्तूबर को उनके पुत्र एवं बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को उपस्थित होने का निर्देश दिया था।
उल्लेखनीय है कि आईआरसीटीसी के दो होटलों की देखरेख का जिम्मा 2006 में निजी फर्म को सौंपे जाने के संबंध में सीबीआई पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव से पूछताछ करना चाहती है। सौदे में कथित भ्रष्टाचार के संबंध में दर्ज प्राथमिकी में तेजस्वी यादव को भी आरोपी बनाया गया है।
मामले में श्री यादव पर आरोप है कि उन्होंने संवैधानिक पद पर रहते हुए चुनिंदा लोगों को लाभ पहुंचाने का काम किया है। यादव ने रेल मंत्री रहते हुए बीएनआर, रांची और बीएनआर, पुरी की देखरेख का जिम्मा एक निजी फर्म सुजाता होटल को सौंपा और बदले में एक बेनामी कंपनी के जरिये तीन एकड़ की महंगी जमीन ले ली।