कांग्रेस और अन्य दलों के वरिष्ठ नेताओं ने प्रतिष्ठित वकील एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री राम जेठमलानी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें कानून और राजनीति क्षेत्र में बेहद ‘निडर’ और एक ‘योद्धा’ बताया। जेठमलानी का रविवार सुबह सात बजकर 45 मिनट पर नई दिल्ली स्थित उनके आधिकारिक आवास पर निधन हो गया।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी के निधन पर शोक व्यक्त किया। कांग्रेस पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा, ‘‘कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री राम जेठमलानी के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने उनके परिवार और दोस्तों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की हैं।’’
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने प्रख्यात अधिवक्ता राम जेठमलानी के निधन पर रविवार को शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनके देहांत से भारत ने प्रतिष्ठित न्यायविद, सक्षम प्रशासक और अनुभवी सांसद को खो दिया। प्रख्यात न्यायविद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री जेठमलानी का 95 वर्ष की आयु में रविवार को निधन हो गया। उनके परिवार के सदस्यों ने बताया कि उनकी तबीयत कुछ महीनों से ठीक नहीं चल रही थी।
मनमोहन सिंह ने अपने शोक संदेश में कहा, ‘‘श्री राम जेठमलानी के निधन पर गहरी संवेदनाएं। उनके निधन से भारत ने प्रतिष्ठित न्यायविद, सक्षम प्रशासक और अनुभवी सांसद को खो दिया है।’’ वरिष्ठ वकील और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा, ‘‘ राम जेठमलानी नहीं रहे। वह कानून और राजनीति क्षेत्र के योद्धा थे। वह जो जिम्मेदारी लेते थे उसके लिए मजबूती से खड़े होते थे। फौजदारी कानून की जानकारी के मामले में उनका कोई मुकाबला नहीं था।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ वह स्नेही स्वभाव के थे। देश ने अपने महान सपूत को खो दिया। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।’’ अन्य वरिष्ठ वकील और कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि जेठमलानी अच्छे मित्र थे और उनकी कमी खलेगी। सिंघवी ने कहा, ‘‘वह ताकतवर, जोशीले, खामियों पर बेबाक बोलने वाले, नतीजों और सामाजिक परिपाटी से बेपरवाह थे। उनका हृदय विशाल था और वह संयमी स्वभाव के थे। हमेशा योद्धा रहे और लगभग अंत समय तक सक्रिय रहे।’’
एक अन्य ट्वीट में सिंघवी ने कहा, ‘‘राम जेठमलानी और मेरे बीच अच्छा तालमेल था। उम्र का अंतर होने और केवल 25 फीसद मुद्दों पर सहमति के बावजूद हमारे निजी संबंध और एक दूसरे के प्रति सम्मान प्रभावित नहीं हुआ। मैं हमेशा उन्हें यह कहकर उकसाता था कि देश में कोई पार्टी नहीं बची है जिसने उन्हें राज्यसभा न भेजा हो जहां उन्होंने दशकों बिताए।’’ राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी जेठमलानी के निधन पर शोक जताया।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘प्रतिष्ठित वकील और पूर्व केंद्रीय मंत्री राम जेठमलानी के निधन पर दिल से दुखी हूं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे और परिवार को यह दुख सहने की शक्ति दे।’’ माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने राम जेठमलानी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने ‘‘एक प्रिय मित्र’’ खो दिया।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी नेता येचुरी ने ट्वीट किया, ‘‘राम जेठमलानी के निधन से गहरे शोक में हूं। वह मेरे प्रिय मित्र, साथी सांसद और न्याय जगत के प्रतिष्ठित व्यक्ति थे। मैं उनके परिवार, मित्रों और प्रशंसकों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।’’ अटॉर्नी जनरल के. के. वेणुगोपाल ने भी राम जेठमलानी के निधन से देश ने एक बेहतरीन वकील खो दिया है जो साहसी थे और जिन्होंने सर्वाधिक सनसनीखेज फौजदारी और संवैधानिक मामलों को मजबूती से पेश किया।
वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘उनके निधन से न केवल देश के वकील समुदाय को क्षति पुहंची है बल्कि संसद और पूरे देश को नुकसान हुआ है।’’ अटॉर्नी जनरल ने कहा कि जेठमलानी की निर्भीकता उन्हें देश के बेहतरीन वकीलों में से एक बनाती है। वेणुगोपाल ने कहा, ‘‘मेरे अनुसार वह वकील थे, सर्वाधिक सनसनीखेज मामलों खासतौर पर फौजदारी मामलों की पैरवी करने के मामलों में वह असाधारण थे। इसलिए मैंने उनसे एक बार कहा था कि देश के क्रिमिनल बार में उनका ओहदा सबसे ऊपर है। इस पर उन्होंने कहा, मैं संवैधानिक मामलों का भी नंबर एक का वकील हूं।
उन्होंने यह इसलिए कहा क्योंकि वह सभी तरह के मामलों को देखते थे।’’ अटॉर्नी जनरल ने कहा कि जेठमलानी अपनी बातों को बेबाकी से रखते थे और न्यायपालिका के खिलाफ बोलने में भी संकोच नहीं करते थे। उन्होंने उन्हें ऐसे वरिष्ठ वकील के रूप में याद किया जो हर बड़े फौजदारी अपीलों और संवैधानिक मामलों में मौजूद रहे।
झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने भी राम जेठमलानी के निधन पर आज गहरा दुख प्रकट किया। सीएम रघुवर दास ने यहां ट्वीट कर कहा, ‘‘वरिष्ठ वकील और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामजेठ मलानी जी के निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ। दिवंगत आत्मा को मेरी विनम, श्रद्धांजलि। मैं शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।‘‘ उल्लेखनीय है कि जेठमलानी का आज सुबह दिल्ली स्थित उनके आवास पर निधन हो गया। वह 95 वर्ष के थे। वर्तमान में वह राज्यसभा के सांसद थे और काफी समय से बीमार चल रहे थे।