केंद्र सरकार द्वारा पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर बड़ा एक्शन लिया गया है, जिसके बाद इसपर अब नेताओं ने प्रतिक्रिया देना शुरू कर दिया है। जहां एक तरफ बीजेपी नेता इस फैसले पर ख़ुशी जता रहे है। वही, इस मामले पर राजनीति भी तेज हो गई और आरएसएस का नाम भी इसमें घसीटा जा रहा है। कांग्रेस ने एक बार फिर से PFI और RSS की तुलना कर दी है।
दरअसल, PFI पर केंद्र ने प्रतिबंध लगा दिया है। इसके साथ ही पीएफआई के विभिन्न सहयोगी सगठनों पर भी 5 साल का बैन लगाया गया है। गृह मंत्रालय के मुताबिक, पीएफआई और उसके सहयोगी संगठनों का संबंध स्लामिक स्टेट ऑफ इराक (ISI) एंड सीरिया जैसे अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठनों से है। वही, अब इस मामले में कांग्रेस सांसद के. सुरेश ने बड़ा बयान दिया है।
कांग्रेस पर बीजेपी का आरोप
के. सुरेश ने अपने बयान में कहा, ' जिस तरह से देश में 5 सालों के लिए PFI पर प्रतिबंध लगाया गया है ,उसी तरह से RSS पर भी बैन लगाना चाहिए। देश में आरएसएस बहुसंख्यक सांप्रदायिकता को बढ़ावा देता है। सांप्रदायिकता चाहे अल्पसंख्यकों के बीच हो या फिर बहुसंख्यकों में हो, दोनों ही देश के लिए खतरा हैं। इसलिए केंद्र सरकार आरएसएस पर प्रतिबंध लगा दे।
वही, के. सुरेश के इस बयान पर बीजेपी गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी ने पलटवार किया है। टेनी का कहा, 'यह कोई पहला मौका नहीं है, जब कांग्रेस देश विरोधी ताकतों का बचाव कर रही है। इससे पहले भी उसने ऐसा किया है। पीएफआई के खिलाफ सबूतों के आधार पर फैसला लिया गया है। आगामी समय में भी जैसा इनपुट मिलेगा, उसके आधार पर ही कार्रवाई की जाएगी। ये खतरनाक लोग हैं, तभी तो इनको बैन किया गया है।'