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LIVE : नहीं रहे गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर , केंद्र सरकार ने की राष्ट्रीय शोक की घोषणा

गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का निधन हो गया है। 63 साल के पर्रिकर अग्नाशय की गंभीर बीमारी से पीड़ित थे और यहां पास में डोना पौला में

गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का निधन हो गया है। 63 साल के पर्रिकर अग्नाशय की गंभीर बीमारी से पीड़ित थे और यहां पास में डोना पौला में स्थित अपने निजी आवास में रह रहे हैं।

बता दें कि  गोवा के मुख्यमंत्री और देश के रक्षा मंत्री रहे मनोहर पर्रिकर सियासत में सादगी की जीती-जागती मिसाल थे।

लाइव अपडेट : – 

> गोवा में 7 दिन के राजकीय शोक का ऐलान किया गया है। साथ ही केंद्र ने एक दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया है। इस दौरान पूरे देश में तिरंगा झुका रहेगा। नितिन गडकरी आज रात गोवा पहुंचेंगे।

> गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का पार्थिव शरीर सोमवार सुबह 9:30 से 10:30 बजे तक पणजी में बीजेपी हेडक्वार्टर में रखा जाएगा। उसके बाद 10:30 बजे कला अकादमी ले जाया जाएगा। सुबह 11 से शाम 4 बजे तक आम जनता मनोहर पर्रिकर को श्रद्धांजलि दे सकेंगे। शाम 5 बजे मनोहर पर्रिकर का अंतिम संस्कार किया जाएगा।

> केंद्र सरकार ने गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद 18 मार्च, सोमवार के दिन को राष्ट्रीय शोक की घोषणा की। सोमवार को सुबह 10 बजे केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई गई है।

> गोवा में सोमवार को सभी सरकारी संस्थान रहेंगे बंद।

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> प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनोहर पर्रिकर के निधन पर कहा कि ” श्री मनोहर पर्रिकर एक अद्वितीय नेता थे। एक सच्चे देशभक्त और असाधारण प्रशासक, वह सभी की प्रशंसा करते थे। राष्ट्र के प्रति उनकी त्रुटिहीन सेवा को पीढ़ियों द्वारा याद किया जाएगा। उनके निधन से गहरा दुख हुआ। उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना। शांति। ”

> प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि श्री मनोहर पर्रिकर आधुनिक गोवा के निर्माता थे। अपने मिलनसार व्यक्तित्व और सुलभ स्वभाव की बदौलत वे वर्षों तक राज्य के पसंदीदा नेता बने रहे। उनकी जन-समर्थक नीतियों ने गोवा को प्रगति की उल्लेखनीय ऊंचाइयों को सुनिश्चित किया।

> प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनोहर पर्रिकर को याद करते हुए आगे ट्वीट में कहा कि ” भारत हमारे रक्षा मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के लिए श्री मनोहर पर्रिकर का सदा आभारी रहेगा। जब वह आरएम थे, भारत ने कई फैसले देखे, जिन्होंने भारत की सुरक्षा क्षमताओं को बढ़ाया, स्वदेशी रक्षा उत्पादन को बढ़ाया और पूर्व सैनिकों के जीवन को बेहतर बनाया। ”

सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया, ‘मनोहर पर्रिकर जी के देहांत का समाचार सुनकर बहुत दुःख हुआ. हालांकि वो बहुत समय से बीमार थे तो भी मन इसके लिए तैयार नहीं था कि वह हमें इतनी जल्दी छोड़ जाएंगे. मेरे लिए तो वो भाई की तरह थे इसलिए उनका निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है.’

पीयूष गोयल ने मनोहर पर्रिकर के निधन पर शोक जताया है और ट्वीट करके कहा कि ” हमारे प्यारे और कट्टर नेता श्री मनोहर पर्रिकर जी के निधन के बारे में जानकर अत्यंत दुख हुआ। उनका अनुकरणीय नेतृत्व हमें प्रेरित करता रहेगा और एक बेंचमार्क के रूप में काम करेगा। ”

शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया कि ” गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन का समाचार सुनकर स्तब्ध हूं। आज मां भारती ने अपना एक सच्चा सपूत खो दिया है। ईश्वर से दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान देने और परिजनों को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं।

> योगी ने गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया।

रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने ट्वीट किया, ‘श्री मनोहर पर्रिकर नहीं रहे। एक बुद्धिमान, ईमानदार और संवेदनशील राजनीतिक कार्यकर्ता। सरल और जमीनी थे, मैंने श्री पर्रिकर से काफी कुछ सीखा। रक्षामंत्री के रूप में सशस्त्र बलों को एक आधुनिक, चुस्त-दुरुस्त लड़ाकू मशीन बनाने में उनका योगदान अद्वितीय बना रहेगा।’

केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु ने ट्वीट किया, ‘मेरे अच्छे मित्र मनोहर पर्रिकर जी के असमय निधन से अत्यंत दुखी हूं। निष्कलंक सत्यनिष्ठा का प्रतीक, एक जमीनी व्यक्तित्व, पहला आईआईटीयन किसी राज्य का मुख्यमंत्री बना। भारत का महान सपूत बहुत जल्द चला गया। आपकी आत्मा को शांति मिले मेरे प्रिय मित्र।’

> केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मनोहर पर्रिकर के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। साथ ही कहा कि ” मनोहर पर्रिकर एक शानदार आईआईटी स्नातक, गोवा का एक उत्कृष्ट सीएम, एक कुशल रक्षा मंत्री, त्रुटिहीन अखंडता का आदमी, सुशासन में दृढ़ विश्वास और सभी अच्छे इंसानों के ऊपर। मिस यू मनोहर जी। ”

> मनोहर पर्रिकर के निधन पर लता मंगेशकर ने गहरा शोक व्यक्त किया और साथ ही अपने ट्वीट में कहा कि ” गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर जी के निधन कि वार्ता सुनकर मुझे बहुत दुःख हुआ, उनके और हमारे बहुत अच्छे सम्बन्ध थे। उनके जाने से हमारे देश कि बहुत हानि हुई है, एक अत्यंत सच्चा इंसान और नेता देश ने खो दिया है। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे । ”

देवेंद्र फडणवीस गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया देवेंद्र फडणवीस ने मनोहर पर्रिकर को याद करते हुए अपने ट्वीट कहा कि ” वह गोवा के सच्चे पुत्र थे और उन्होंने कई भूमिकाओं और जिम्मेदारियों में भारत की सेवा की!
इसमें कोई शक नहीं कि श्री मनोहर पर्रिकर को भारत के सर्वश्रेष्ठ रक्षा मंत्रियों में से एक के रूप में याद किया जाएगा। उनके परिवार, दोस्तों और गोवा और भारत के लोगों के प्रति मेरी गहरी संवेदना। शांति ”

> केन्द्रीय मंत्री और राज्यसभा सदस्य स्मृति ईरानी ने मनोहर पर्रिकर के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया। और अपने ट्वीट में कहा कि ” एक नेता, एक संरक्षक, एक दोस्त- पर्रिकर सर का मतलब मेरे परिवार से है। लेकिन तब हर गोयन वही कह सकता है जो मनोहर पर्रिकर का व्यक्तित्व था। उन्होंने मुझे विपत्ति के सामने गरिमा सिखाई, कठिन समय और दृढ़ता में निष्ठा ताकि निर्धारित लक्ष्यों को पूरा किया जाए।

मनोहर पर्रिकर अपने कई प्रशंसकों को पीछे छोड़ते हैं, कई ऐसे हैं जो उन्हें एक मूर्ति के रूप में देखते हैं। उनके प्रियजनों, सहयोगियों और समर्थकों के प्रति मेरी संवेदना। शांति

>  गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन पर नितिन गडकरी ने शोक व्यक्त किया। साथ ही उन्होने कहा कि नि:शब्द हूं। सुशील और सादगीपूर्ण राजनीति का चेहरा आज खो गया। मनोहर भाई सही मायने में हर कार्यकर्ता के हृदय पर राज करने वाले नेता थे।

राजनीति में शुरुआती दिनों से वे मेरे साथी और अच्छे मित्र थे। गोवा के विकास के लिए लिए आख़िरी साँस तक संघर्ष करने वाले भारत माँ के इस महान सपूत को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि।ॐ

> मनोहर पर्रिकर के निधन पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने ट्वीट करके कहा कि ” संपूर्ण भाजपा पर्रिकर जी के परिवार के साथ मजबूती से खड़ा है। मैं लाखों भाजपा कार्याकारों के साथ और महत्वपूर्ण रूप से गोवा के लोगों के साथ, जो उनके परिवार थे, अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। भगवान इस दुखद नुकसान का सामना करने के लिए शोक संतप्त परिवार को शक्ति दे। शांति शांति शांति। ”

> गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शोक व्यक्त किया। उन्होने अपने ट्वीट में कहा कि  ” गोवा के सीएम श्री मनोहर पर्रिकर जी के निधन की खबर से मुझे गहरा दुख हुआ है, जिन्होंने एक साल से अधिक समय तक दुर्बल बीमारी से जूझते रहे।

पार्टी लाइनों में सम्मानित और प्रशंसित, वह गोवा के पसंदीदा बेटों में से एक थे। इस दुख की घड़ी में उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदना। ”

> राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मनोहर पर्रिकर के निधन पर शोक व्यक्त किया।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि वह सिर्फ एक बार पर्रिकर से मिली थीं, जब दो साल पहले वह अस्पताल में सोनिया गांधी से मिलने आए थे। ‘‘ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।’’

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट किया है, ‘‘गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन से शोकाकुल हूं। मेरी गहरी संवेदनाएं उनके परिजन के साथ हैं… ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।’’

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया है, ‘‘गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन की सूचना से बहुत दुखी हूं। उनका स्वभाव मित्रवत था और सभी उनका सम्मान करते थे। मेरी संवेदनाएं उनके परिजन और मित्रों के साथ है।’’

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने शोक-संदेश में कहा है कि मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर एक प्रख्यात राजनेता एवं प्रसिद्ध समाजसेवी थे। देश के रक्षा मंत्री के रूप में भी उनका बहुमूल्य योगदान रहा है। उनके निधन से न केवल गोवा बल्कि पूरे देश के राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है।

आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चन्द्रबाबु नायडू ने रविवार को गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन पर शोक व्यक्त किया। शोक संदेश में उन्होंने कहा कि आईआईटी से पढ़ाई पूरी कर राजनीति में आए पर्रिकर ने गोवा के लिए अनुकरणीय काम किया है। उनकी सेवा को हमेशा याद रखा जाएगा।

पूर्व प्रधानमंत्री एच. डी. देवेगौड़ा और कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच. डी़ कुमारस्वामी ने भी शोक जताया है।

जद (एस) प्रमुख गौड़ा ने ट्वीट किया है, ‘‘मनोहर पर्रिकर के निधन से बहुत दुखी हैं। ईश्वर उनके परिवार को यह आघात सहने की शक्ति दे।’’
कुमारस्वामी ने ट्वीट किया है, गोवा के मुख्यमंत्री के निधन की खबर से बहुत दुखी हूं। उनका सभी मान-सम्मान करते थे। मेरी संवेदनाएं उनके परिजन, मित्र और प्रियजनों के साथ हैं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे।

केन्द्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल, महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी सहित तमाम मंत्रियों ने पर्रिकर के निधन पर शोक जताया है।
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने भी पर्रिकर के निधन पर शोक जताया है।

बता दें कि पर्रिकर सितंबर में अमेरिका से इलाज करवाकर भारत लौटे थे। अमेरिका में एक हफ्ते उनका इलाज चला था। इससे पहले एक बार और इलाज के लिए तीन महीने तक अमेरिका में रहे थे। अमेरिका से लौटने के बाद पिछले साल अक्टूबर के महीने में एक बार फिर उनकी तबीयत खराब हुई जिसके कारण उन्हें दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था। एक महीने एम्स में भर्ती रहने के बाद उन्हें एयर एंबुलेंस के जरिए गोवा ले जाया गया था।

आपको बता दें कि मनोहर पर्रिकर को फरवरी 2018 में अग्नाशय के कैंसर होने की पुष्टि हुई थी। तब से उनकी सेहत में लगातार गिरावट देखी जा रही है। पिछले दिनों उनकी तबियत बिगड़ने के पीछे उनके रक्तचाप में तेजी से गिरावट बताया गया था।

बता दे कि डॉ मनोहर गोपाल कृष्ण प्रभु पर्रिकर व्यक्तित्व के धनी है। उनका का जन्म 13 दिसंबर 1955 को हुआ था। मनोहर पर्रीकर बीजेपी के प्रमुख जनप्रतिनिधि है। गोवा का मुख्यमंत्री बनने वाले भाजपा के पहले नेता पर्रिकर ने 2000-05 तक और फिर 2012-14 तक राज्य का नेतृत्व किया। इसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में 2014 में रक्षामंत्री का पद संभाला।

पर्रिकर देश के पहले ऐसे मुख्यमंत्री थे, जिन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान से पढ़ाई की थी। उन्हें 2000 से चार बार मौका मिला, लेकिन वह एक बार भी पूरे कार्यकाल तक पद पर नहीं रह पाए। वह 2017 में वापस राज्य की राजनीति में लौट आए और उन्होंने गठबंधन सरकार का नेतृत्व संभाला और लंबी बीमारी के बावजूद वह पद पर बने रहे। इस बीच विपक्ष और नागरिक समाज ने उनकी आलोचना भी की और खराब स्वास्थ्य के आधार पर बार-बार उनके इस्तीफे की मांग भी की।

भारत में हुए लोकसभा चुनाव (2014) में भारतीय जनता पार्टी को बहुमत प्राप्त हुआ। चुनाव में अग्रणी भूमिका श्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी ने निभाई। मोदी को अपने सहयोग के लिए मजबूत कंधों की जरूरत थी। जो सुरक्षा , आर्थिक व सामाजिक जिम्मेदारी का बोझ उठा सके। ऐसे में देश की रक्षा के लिए मनोहर पर्रिकर को गोवा से दिल्ली बुलाया गया।

पर्रिकर उस समय गोवा के मुख्यमंत्री पद पर आसीन थे। वहां से इतनी जल्दी दिल्ली का भार संभालना आसान नहीं था। उन्होंने 2 महीने का समय मांगा और फिर दिल्ली में आकर भारत की रक्षा का भार अपने कंधों पर लिया था।

आपको बता दें कि मनोहर पर्रिकर की पत्नी का पहले ही निधन हो गया था। उनके परिवार में उनके दो पुत्र उत्पल और अभिजीत, उनकी पत्नियां और एक पोता है।

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