पणजी : गोवा के नये मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के लिए तैयार प्रमोद सावंत ने सोमवार की रात को कहा कि उनकी पार्टी भाजपा ने उन्हें एक बड़ी जिम्मेदारी दी है। वर्तमान में गोवा विधानसभा के अध्यक्ष सावंत ने पत्रकारों से इस बात की पुष्टि की कि नई सरकार में दो उपमुख्यमंत्री होंगे। उन्होंने उन्हें राजनीति में लाये जाने का श्रेय दिवंगत मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर को दिया।
- मुझे राजनीति में लाने वाले पर्रिकर थे : प्रमोद सावंत
- गोवा के अगले मुख्यमंत्री के तौर पर नामित किए गए प्रमोद सावंत ने कहा कि भाजपा ने उन्हें बड़ी जिम्मेदारी दी है।
- नयी सरकार में दो उपमुख्यमंत्री होंगे : सावंत।
- शपथ लेने राजभवन जा रहा हूं: प्रमोद सावंत
- प्रमोद सावंत सोमवार रात गोवा के नए मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे।
- गोवा में एक मुख्यमंत्री और दो डिप्टी सीएम बन सकते हैं, प्रमोद सांवत सीएम जबकि सुदीन धावलीकर और विजय सरदेसाई डिप्टी सीएम बन सकते हैं। प्रमोद सावंत गोवा विधानसभा के स्पीकर हैं।
- सूत्रों के मुताबिक बीजेपी की तरफ से गोवा विधानसभा के स्पीकर प्रमोद सावंत राज्य के नए मुख्यमंत्री हो सकते हैं। वहीं सुदीन धावलीकर और विजय सरदेसाई डिप्टी सीएम बन सकते हैं।
- पणजी के एक होटल में बीजेपी की बैठक जारी है, जिसमें बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और गोवा विधानसभा कि स्पीकर प्रमोद सावंत समेत बीजेपी के विधायक मौजूद हैं।
भाजपा सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री पद की दौड़ में प्रमोद सावंत और विश्वजीत राणे का नाम सबसे आगे है। रविवार की रात हुई भाजपा, इसके गठबंधन सहयोगियों- गोवा फॉरवर्ड पार्टी, एमजीपी और निर्दलीय विधायकों की बैठक बेनतीजा रही। गडकरी ने पर्रिकर का उत्तराधिकारी चुनने के लिए आज सुबह फिर से भाजपा और एमजीपी के साथ बैठक की।
राज्यपाल को लिखा पत्र
पणजी में सोमवार को सुबह कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। विपक्ष के नेता चंद्रकांत कावलेकर ने कहा कि राज्यपाल ने पार्टी के विधायकों को मिलने का समय देने से इनकार कर दिया जिसके बाद विधायकों ने बिना बुलाए ही राज भवन जाने का फैसला किया है। विपक्षी दल ने शुक्रवार को सरकार बनाने का दावा पेश करते हुए राज्यपाल को पत्र लिखा था और रविवार को फिर से पत्र लिखा था। कावलेकर ने कहा, ‘‘हम सदन में बहुमत वाली पार्टी हैं और फिर भी मुलाकात का समय लेने के लिए संघर्ष करना पड़ा। हम मांग करते हैं कि हमें पर्रिकर के निधन के बाद भाजपा सरकार के ना रहने की स्थिति में सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया जाए।’’
कांग्रेस राज्य में अभी सबसे बड़ी पार्टी है। 40 सदस्यीय विधानसभा में उसके पास 14 विधायक हैं जबकि भाजपा के पास 12 विधायक हैं। इस साल की शुरुआत में भाजपा विधायक फ्रांसिस डीसूजा के निधन और रविवार को पर्रिकर के निधन तथा पिछले साल दो कांग्रेस विधायक सुभाष शिरोडकर और दयानंद सोप्ते के इस्तीफे के कारण विधानसभा में सदस्यों की संख्या 36 रह गई है। गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी), महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी (एमजीपी) के पास तीन-तीन विधायक हैं जबकि राकांपा के पास एक विधायक है। तीन निर्दलीय विधायक भी हैं। जीएफपी, एमजीपी और निर्दलीय विधायक पर्रिकर सरकार का हिस्सा थे।